उमरियाPublished: Jul 04, 2020 07:31:44 pm
ayazuddin siddiqui
कमर्शियल माइनिंग का कर रहे विरोध
Production in Zohila area stalled due to coal workers strike
उमरिया. कोयला उद्योग के निजीकरण, कोल ब्लॉकों का पूंजीपतियों को आवंटन, कोल इंडिया से सीएमपीडीआई को अलग करने, ठेका मजदूरों को एचपीसीवेज का भुगतान करने और 9.4.0 को लागू करने के लिए पांचो सेंट्रल ट्रेड यूनियनों ने 2 से 4 जुलाई तक 3 दिन की हड़ताल के लिए आव्हान किया था। हड़ताल के प्रथम दिन एसईसीएल के जोहिला एरिया की समस्त खदानों में शत प्रतिशत हड़ताल सफल रही। मजदूर वेतन के लिए हड़ताल नहीं कर रहे बल्कि कोयला उद्योग को बचाने के लिए कोयला उद्योग के भविष्य के लिए और मजदूरों के ऊपर हो रहे शोषण के खिलाफ भी लड़ाई लड़ते हैं और संघर्ष करते हैं। श्रमिक संगठनो ने कहा है कि हम सब ट्रेड यूनियन व कोयला उद्योग के मजदूर मिलकर इस आंदोलन को बिखरने नहीं देंगे और 4 जुलाई तक हड़ताल को कामयाब करेंगे और भारत सरकार को यह महसूस करा देंगे हमसे पूरा देश उजाला होता है। हम अपनी भी रक्षा करेंगे उद्योग की भी रक्षा करेंगे और आने वाले भावी पीढ़ी के लिये हम रास्ता भी सुरक्षित करेंगे। इस हड़ताल में जोहिला एरिया के सभी ट्रेड युनियनो की सहभागिता रही जोहिला एरिया में कोयला का उत्पादन शून्य रहा।