ग्रामीण महिलाओं ने क्रेशर के पास जाकर किया हंगामा
उमरियाPublished: Jan 13, 2019 10:42:56 pm
बारूद विस्फोट की खबर नहीं ले रहा प्रशासन
ग्रामीण महिलाओं ने क्रेशर के पास जाकर किया हंगामा
घुनघुटी. बडी तुम्मी व छोटी तुम्मी में लगे क्रेशर जहां आए दिन बड़ी से बड़ी बारूद विस्फोटिंग की जाती है, वही क्रेशर संचालकों द्वारा मनमाने ढंग से हैवी ब्लास्टिंग कराते हुई पर्थरो का उत्खनन किया जा रहा है। छोटी तुम्मी बड़ी तम्ुमी के ग्रामीणों का कहना है कि यहां क्रेशर में बारूद विस्फोटिंग बंद की जाए। विस्फोटिंग से गांव के नल, कुआं तालाब हैंडपंप का जलस्तर कम होते जा रहा है तेज बारूद विस्फोट के द्वारा पूरा गांव की बनी हाई स्कूल स्वास्थ्य विभाग बिल्डिंग सोसायटी एवं आसपास की बड़ी.बड़ी घरों पर दरार का असर दिखाई दे सकता है वही ज्यादातर पत्थरों को तोडऩे में बारूद का इस्तेमाल करते हैं इसी कारण यहां की महिलाओं ने क्रेशर में जाकर जमकर हंगामा किया और उन्होंने कहा कि यहां क्रेशर से दिनभर डस्ट उड़ता है और बारूद विस्फोटिंग होती है और ओव्हरलोडिंग बंद करो रोड की धज्जियां उड़ती हैं । महिलाओं का कहना है कि हमारे गांव में बारूद विस्फोटिँग बंद करें ।
वहीं इन सब में क्रेशर संचालकों की लापरवाही से ग्रामीणों का जनजीवन पर असर पड़ रहा है। इसकी ग्रामीणों द्वारा लगातार शिकायत भी की जा रही है, लेकिन प्रशासन है कि उसके कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। ऐसा लगता है कि इन क्रेशर संचालकों से प्रशासन की कुछ साठगांठ है, तभी ग्रामीणों के विरोध का भी कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। इसी बात से नाराज होकर ग्रामीण महिलाओं ने के्रशर संचालन पर रोक लगाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन द्वारा उनकी बात नहीं सुनी जाएगी तो वे इससे भी बड़ा आंदोलन करेंगे और क्रेशर संचालकों के साथ ही प्रशासन को आइना दिखाने का कार्य करेंगे। बताया जाता है कि ग्रामीणों के इस विरोध की खबर प्रशासन को हुई, पर प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। बताया जाता है कि क्रेशर संचालक अपने कार्य को अंजाम देने के लिए हैवी ब्लास्टिंग का सहारा लेते हैं। जिससे लोगों के घरों में अब धीरे-धीरे दरारें आना शुरू हो गई हैं। इतना ही नहीं जमीनों में भी ब्लास्टिंग की धमक से दरार आ रही है।