scriptअजब-गजब का मैनेजमेंट: विद्यालय के साथ सम्हाल रही तीन छात्रावास | Strange-wonderful management: the care with the school three hostels | Patrika News

अजब-गजब का मैनेजमेंट: विद्यालय के साथ सम्हाल रही तीन छात्रावास

locationउमरियाPublished: Apr 01, 2019 10:31:46 pm

Submitted by:

ayazuddin siddiqui

13 वर्ष से एक ही शिक्षिका क पास एकलब्य विद्यालय के छात्रावास का प्रभार

Strange-wonderful management: the care with the school three hostels

अजब-गजब का मैनेजमेंट: विद्यालय के साथ सम्हाल रही तीन छात्रावास

उमरिया. शासन के तमाम निर्देश आदिवासी विकास विभाग में घुटने टेकते नजर आ रहे हैं। यहां एकलब्य विद्यालय के छात्रावास का प्रभार दूसरे विद्यालय के शिक्षकों को दे दिया गया। तीन वर्ष में प्रभार में बदलाव के आदेश का कहीं कोई पालन नहीं हो रहा है। एक शिक्षक विद्यालय के साथ तीन-तीन छात्रावासों की जिम्मेदारी सम्हाल रहे हैं। इस पूरे मैनेजमेंट को विभागीय अधिकारी कर्मचारी बखूबी बैठकर देख रहे हैं। हम बात कर रहे हैं पाली ब्लाक में संचालित एकलब्य विद्यालय छात्रावास की। शासन का आदेश है कि एकलव्य विद्यालय में अध्यापन करा रहे शिक्षकों में से किसी एक को अधीक्षक का कार्य सौपा जाए। बाहर से किसी अन्य को प्रभार न दिया जाए। लेकिन अर्चना मरावी (सहा0 शिक्षक शासकीय कन्या उमावि पाली) एवं सतीश मरावी सहायक अध्यापक प्राथमिक पाठशाला छिंदहा कों एकलव्य विद्यालय का अधीक्षक बनाया गया है। जिलें में लगभग 62 एससी एसटी बालक छात्रावास, बालिका छात्रावास आश्रम संचालित किए जा रहे है। शासन के आदेश है कि एक छात्रावास का प्रभारी एक ही अधीक्षक होगा। शासन के यह भी आदेश है कि तीन वर्ष कार्य काल पूर्ण कर चुके अधीक्षको को फेर बदल करना है। आज तक सहायक आयुक्त जन जातीय कार्य विभाग उमरिया द्वारा इन आदेशों का पालन नहीं किया गया। अर्चना सिंह व सतीश मरावी सहायक आयुक्त द्वारा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पाली मे पूर्ण कालिक अधीक्षक का प्रभार सौंपा गया हैं। जबकि इनके पास आज भी एक से अधिक अधीक्षकीय प्रभार है। शासन के आदेशानुसार एक घंटे पढ़ाने के नियम भी है। अर्चना सिंह के पास वर्तमान मे तीन कन्या छात्रावासो का प्रभार है। उनका कहना है कि रात्रि विश्राम एकलव्य पाली के बालिका छात्रावास में करती है। दिन मे नही रहती है। अर्चना सिंह की पद स्थापना शासकीय कन्या उमावि पाली मे है। दिन में लगभग 3.30 घंटे का अध्यापन कार्य अपने मूल संस्था मे करती है। शासन के आदेशानुसार इनका कुल समय 9 घंटे पढ़ाने मे शेष समय तीनो छात्रावासो मे निवास करना छात्राओ की सुरक्षा सहित पूर्ण व्यवस्था करना है। एकलव्य विद्यालय लगभग 13 वर्ष से संचालित है औश्र उक्त शिक्षिका उसी समय से अधीक्षकीय दायित्वो का निर्वहन कर रही है।
किसे कहां का प्रभार
वर्तमान में अर्चना सिंह के पास सीनियर उत्कृष्ट आदिवासी कन्या छात्रावास पाली, सीनियर अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास पाली, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पाली , इसी तरह सतीश मरावी के पास सीनियर उत्कृष्ट आदिवासी बालक छात्रावा पाली, सीनीयर अनु. जाति बालक छात्रावास पाली का प्रभार है। ऐसे अन्य अधीक्षक भी है जिनके पास एक से अधिक प्रभार हैं। वहीं इस मामले में अधिकारी यह कहकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहे हैं कि हमने ट्रांसफर लिस्ट भेजी है मंत्री ने रोक लगा दी तो हम क्या करे। ऐसे बेतुके जवाब से ही अधिकारियों की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
इनका कहना है
यह आदेश दिसम्बर माह में आया है। सेशन कम्प्लीट होने को था इसलिए कोई बदलावा नहीं किया गया। मामला प्रक्रियाधीन है।
आनंद राय सिन्हा, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग, उमरिया।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो