उमरियाPublished: Jan 18, 2020 06:00:32 pm
ayazuddin siddiqui
खबर का असर
रेत के अवैध कारोबार पर प्रशासन ने दिखाई सख्ती
उमरिया. रेत के कारोबार को लेकर पिछले माह चंदिया थानान्तर्गत खदान में गोली चलने की घटना के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए रेत परिवहन पर अंकुश लगाने सख्ती दिखाई थी। समय बीतने के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। जिसे लेकर मामला गर्माया तो प्रशासन ने फिर से सख्ती दिखानी शुरु कर दी है। जिसके चलते रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन मे कुछ कमीं देखने को मिल रही है। बताया जा रहा है कि एसडीएम बांधवगढ़ सहित राजस्व अमले की सक्रियता ने फिर से रंग दिखानी शुरू किया है लेकिन सवाल फिर वही है कि यह सख्ती आखिर कितने दिन के लिए है। ज्ञात हो कि जिले के दूर दराज के नदी नालो की अपेक्षा जिला मुख्यालय के आस पास के नदी नालो से कहीं ज्यादा रेत निकाली और बेची जा रही है। सूत्रों की माने तो जिला मुख्यालय के आस पास की रेत खदानो से अवैध उत्खनन मे संलिप्त खनन कारोबारी की पहुंच और सांठ गांठ कही ज्यादा गहरी है। यही वजह है कि नकेल कसने के लिए अधिकारियो को ठण्ड में पसीना आ रहा है। बावजूद इसके रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन के मामले सामने आने के बाद कारोबार मे कमी लाने प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके तहत जिले के अलग अलग क्षेत्रों में रेत क ा अवैध परिवहन करते हुए पाए जाने पर तीन ट्रेक्टरो पर कार्यवाही भी की गई है। हालांकि इतने बड़े पैमाने में हो रहे परिवहन में से जिले मे मात्र तीन वाहनों पर कार्यवाही करके पीठ थपथपाना समझ से परे हैं। प्रशासन की सक्रियता से इस पर अंकुश लगने की उम्मीद जागी है।
विभागों में समन्वय का अभाव
रेत के अवैध कारोबार मे लगाम कसने के लिए पुलिस, राजस्व, माइनिंग और परिवहन विभाग में समन्वय की कमीं के कारण प्रभावी अकुंश नही लग पा रहा है देखने मे यह आता है कि कभी कोई विभाग सक्रियता दिखाता है तो कोई विभाग दबे छुपे संरक्षण देने मे जुट जाता है । खनिज माफिया किसी भी हाल में इधर से नही तो उधर से इससे नही तो उससे मिली भगत करके अपना उल्लू सीधा कर ही लेता है।
इनका कहना है
जिले में रेत के अवैध कारोबार पर नियंत्रण के लिए धारा 144 प्रभावशील है और रेत के अवैध उत्खनन परिवहन पर लगातार कार्यवाहियां की जा रही है । वाहन राजसात किए जाने के आदेश भी पारित किए गए है।
मान सिंह बघेल, जिला खनिज अधिकारी उमरिया ।