उमरियाPublished: Oct 17, 2019 10:25:54 pm
ayazuddin siddiqui
दगना कुप्रथा उन्मूलन के लिए निकाली रैली
समाज के लिए कलंक है बच्चों को दागने की प्रथा
उमरिया. बच्चों को दागने की प्रथा को जड से समाप्त करने हेतु जिला प्रशासन उमरिया द्वारा विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कडी में गत् दिवस पाली जनपद पंचायत अंतर्गत संयुक्त संचालक शिक्षा शहडोल संभाग सहदेव सिंह मरावी की अध्यक्षता में जन जागरूकता कार्यशाला सह रैली का आयोजन किया गया। रैली में खण्ड शिक्षा अधिकारी पाली राणा प्रताप सिंह, प्रधानाध्यापक प्रकाश नारायण द्विवेदी तथा विद्यालय के शिक्षक एवं विद्यार्थियों एवं ग्रामीणों ने भाग लिया। संयुक्त संचालक लोक शिक्षण शहडोल संभाग सहदेव सिंह मरावी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि शासन द्वारा शासकीय चिकित्सालयों के माध्यम से नि:शुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इन सुविधाओ के बावजूद समाज में व्याप्त बच्चो के दागने की प्रथा सामाजिक कलंक है। शासकीय चिकित्सालयो में प्रशिक्षित चिकित्सको द्वारा नि:शुल्क उपचार किया जाता है। इसके बावजूद भी बच्चों के बीमार होने पर उन्हें कष्टदायी दागने की प्रथा से गुजरना पडता है। बच्चों को दागने से संक्रमण का खतरा बना रहता है। जिसके कारण कई बार ये बच्चे असमय काल कलवित हो जाते है। हम सबको इसकी हकीकत समझना होगा। समाज के ऐसे लोग जो इस कार्य को अंजाम देते है , उनका चिन्हांकन कर उन्हें समझाइश देने की आवश्यकता है। जिससे वे इस गलती की पुनरावृत्त्ति नहीं ंकरे। खण्ड शिक्षा अधिकारी राणा प्रताप सिंह ने ग्रामीणों को इस सामाजिक कुप्रथा से अलग रहने का संकल्प दिलाया है। शाला के प्रधानाध्यापक प्रकाश नारायण द्विवेदी ने कहा कि कलेक्टर स्वरोचिश सोमवंशी द्वारा बच्चों के दागने की कुप्रथा को रोकने हेतु अभियान चला रखा है। हम सबका दायित्व है कि समाज हित में इस तरह की कुरीतियों के उन्मूलन हेतु मिलकर कार्य करें। आपने कहा कि त्यौहारो के दौरान खासकर दीपावली के दिन विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत है। सभी ग्रामीण जन संकल्प लें कि वे दागने की कुप्रथा को समाप्त करने में अपना सहयोग देंगे तथा जन जन तक जन जागृति लाने हेतु कार्य करेगे। कार्यक्रम में सरपंच मुन्नी सिंह, बी आर सी महेंद्र मिश्रा, शिक्षक सरसिज निगम, राजेश्वर मिश्रा, ममता तिवारी, उदय शारीवान आंगनबाडी कार्यकर्ता, एएनएम, आशा कार्यकर्ता तथा ग्रामीणों ने भाग लिया।