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कलेक्टर के सामने ग्रामीण रखेंगे अपनी बात

locationउमरियाPublished: Jun 16, 2019 11:04:49 pm

Submitted by:

ayazuddin siddiqui

आज होगी बिछिया में समय-सीमा की बैठक

The rural will keep in front of the collector

कलेक्टर के सामने ग्रामीण रखेंगे अपनी बात

उमरिया. वातानुकूलित सभागार में होनी वाली समय सीमा की बैठक अब खुले आसमान के नीचे ग्रामीण परिवेश में होगी। जिसमें वरिष्ठ अधिकारी ग्रामीणों के सामने होंगे। इस दौरान ग्रामीण अपनी समस्याएंए सुनाएंगे और अधिकारी उनका निराकरण करेंगे। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर स्वरोचिश सोमवंशी द्वारा जिले में समय सीमा की बैठक को आमजन के बीच जाकर किया जा रहा है । जिले में जब समय सीमा की बैठके होती थी तो सभी विभागों के प्रमुख अपनी सुविधा अनुसार आकर चले जाते थे। यहां पर इन्हे बडा ही आराम मिलता था पीने को डिब्बा बंद पानी, आरो वाटर मिलता था। ऐसा नहीं होना चाहिए जब ये गावं जाकर समय सीमा की बैठक में जाए तो इन्हे उन्ही सुविधा का लाभ लेना चाहिए जो वहां के लोग लेते है। वही सुविधा यहां पर आने वाले अधिकारी एवं कर्मचारियों को मिलनी चाहिये जैसे जंगयुक्त पानी, बिना पंखे की बैठक होनी चाहिए तब इन अधिकारियो एवं कर्मचारियों को जमीनी स्तर का ज्ञान होगा। इसी तारतम्य में ग्राम बिछिया कलेक्टर स्वरोचिश सोमवंशी की अध्यक्षता में समय-सीमा बैठक 17 जून को प्रात: 11 बजे में आहूत की गई है । इस बैठक का ग्राम पंचायत बिछिया के साथ ही आस-पास के गांव के लोगों को भी बड़ी बेसब्री से इंतजार है।
पग-पग पर समस्याएं
जनपद पंचाय करकेली की ग्राम पंचायत बिछिया में पग-पग में समस्याओं का अंबार है। ग्राम पंचायत की सीमा में दाखिल होते ही समस्याएं मुंह बाएं खड़ी हैं। पंचायत का पहला गावं महोबा दादर जहां के लोग बूंद बूंद पानी को मोहताज है । इस गांव के लोग बुढन ग्राम से पानी लाते है यह ग्राम डिंडोरी जिले में आता है। बिछिया एवं महोबा दादर दोनों ही गावं केवल सोलर एनर्जी पर निर्भर है जो अक्सर खराब रहता है। यहां के लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा है तो बाकी क्या कहा जा सकता है। पालतू जानवर पहाडी से नीचे जोहिला डेम की ओर भेज दिए जाते हैं।
आजादी के बाद से देख रहे विकास की राह
बिछिया से लगी पंचायत बंधवाटोला के ग्राम मझौली व सोठानी टोला के रहवासी आजादी के बाद से विकास की राह देख रहे हैं। यहां के लोगो को आज तक सड़क, बिजली व पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं हो पाई हैं। यहां के लोगों का कहना है की ऐसी बैठक हमारे सोठानी टोला में भी हो जाए ताकि हम सभी लोग अपनी समस्याओं से अवगत करा सकें। यहां जाना है तो पहाडी पगडण्डी की एक मात्र सहारा है।
पहाड़ी के नीचे से लाते हैं पानी
ग्राम पंचायत मझौली के रहवासी जलसंकट से जूझ रहे हैं। यहां के लोग प्रतिदिन करीब 2 किलोमीटर की पहाडी से नीचे जोहिला डेम से पानी लेने जाना पडता है। ग्रामीणों द्वारा प्रशासन को भी इस समस्या से अवगत कराया लेकिन उनकी सुनवाई आज तक नहीं हुई। जबकि ग्रामीणों द्वारा विधानसभा उप चुनाव का में मतदान का बहिष्कार किया था। इसके बाद भी इनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। यहां नल जल योजना का हाल यह है की नलजल योजना के नाम पर ग्राम बंधवटोला में एक विशाल कुआं का निर्माण किया गया पर उस कुएं में आज तक मोटर नहीं लगी। पाइप लाइन तो बिछी है पर जलापूर्ति नहीं हो रही है। जिससे लोग काफी परेशान हो रहे हैं।

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