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जंगली हाथियों के मूवमेंट को लेकर राज्य सरकार ले सकती है बड़ा निर्णय

locationउमरियाPublished: Dec 07, 2021 06:55:48 pm

Submitted by:

ayazuddin siddiqui

जंगली हाथी और मानव द्वंद रोकने मंथन, हाथियों से प्रभावित इलाकों का किया दौराविशेषज्ञों की मौजूदगी में दो दिवसीय मंथन, राज्य शासन को सौंपेेंगे रिपोर्ट

The state government can take a big decision regarding the movement of wild elephants

The state government can take a big decision regarding the movement of wild elephants

उमरिया. टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश में जंगली हाथियों का प्रबंधन वन महकमे के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। दो वर्ष पूर्व छत्तीसगढ़ और झारखंड के रास्ते बांधवगढ़ पंहुचे 40 हाथियों के झुंड ने यहां अपना रहवास बना लिया और देखते देखते अनूपपुर, शहडोल, मंडला और बालाघाट के जंगलों में भी जंगली हाथियों ने अपना रहवास बनाया लेकिन धरती के सबसे विशाल जानवर जंगली हाथी के प्रबंधन को लेकर वन विभाग पूरी तरह से खाली हाथ है और जंगलों के आसपास बसे गांवों में जहां बाघ, तेंदुए, नीलगाय और अन्य जंगली जानवर मानव वन्य जीव द्वंद का कारण बन रहे थे अब जंगली हाथी के भी उसमें शामिल हो जाने से वन विभाग की कठिनाईयां लगातार बढ़ रही थी। जिसे देखते हुए स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड की बैठक में मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद बांधवगढ टाइगर रिजर्व में देश के नामी हाथी विशेषज्ञों के साथ पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ आलोक कुमार सहित बांधवगढ़, शहडोल , उमरिया, अनूपपुर एवं संजय टाइगर रिजर्व के अधिकारियों की हाथी प्रबंधन को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। जिसमे आगामी दिनों में जंगली हाथी प्रबंधन के व्यवहारिक एवं सैद्धांतिक पहलुओं पर मंथन किया जाएगा। जंगली हाथी प्रबंधन को लेकर बांधवगढ़ में शुरु हुई मंथन के दौरान टाइगर रिजर्व में हाथियों के आगमन से लेकर अब तक के हुए घटनाक्रम पर प्रबंधन ने प्रजेंटेशन दिया। जिसके बाद एलीफैंट एक्सपर्ट की टीम ने हाथियों से प्रभावित इलाकों का भ्रमण कर लोगों से भी उनकी राय जानी है। टीम कार्यशाला के बाद सभी पहलुओं पर अपनी एक समग्र रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रदान करेगी। जिसके बाद राज्य सरकार मध्यप्रदेश में जंगली हाथियों के प्रबंधन को लेकर किसी नई एवं ठोस रणनीति की शुरुआत करेगी। खास बात यह कि जंगली हाथियों के लिए बनाई जाने वाली रणनीति बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन की अगुआई में ही कराई जाएगी। जिसे लेकर टाइगर रिजर्व सहित वन महकमे में जबरजस्त उत्साह बना हुआ है। टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश में जंगली हाथियों द्वारा रहवास बनाये जाने से वन प्रबंधन सहित वन्य जीव प्रेमी बायोडायवर्सिटी में एक बड़े जीव के शामिल हो जाने से खुश हैं लेकिन जंगली हाथियों का उचित प्रबंधन भी वन विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है। लिहाजा बाघों के प्रबंधन के साथ साथ जंगली हाथियों को बांधवगढ़ सहित राज्य वनों में बिना किसी नुकसान के स्थापित बनाये रखने के लिए मध्यप्रदेश वन विभाग ने ठोस रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। जिसका परिणाम आगामी समय मे जंगलों में हाथियों और बाघों के एक साथ विचरण के रूप में दिखाई देगा।

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