ताले में बंद प्रतिमा
मौजूदा नपा प्रशासन अपनी आंखों में तो पहले से ही काली पट्टी बांधे बैठा है मगर नपा द्वारा भारत रत्न का किस कदर अपमान किया जा रहा है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उमरार के एक किनारे अंबेडकर पार्क और दूसरे किनारे पर बने दीनदयाल पार्क पर नपा द्वारा ताला जड़ दिया गया है यहाँ घूमने आने वाले बच्चों और आम लोगों के साथ छलावा है यही नही यह भारत के महापुरुषों का अपमान भी है।
सूख गए हैं पेड़ पौधे
उमरार किनारे करोड़ों की लागत से महापुरुषों के नाम पर बनाए गए दोनों पार्क अपनी दयनीय स्थिति पर आंसू बहा रहे पार्क में लाखों खर्च कर सुंदर पेड़ पौधे लगाए गए थे वह नपा के नाकाम रवैये की मार झेल कर सूखने की कगार पर है इनका रखरखाव व देखभाल ना होने की वजह है कि नपा द्वारा पार्क में जो पंप लगवाए गए थे वो कहीं न कहीं भ्रष्टाचार कर खरीदे गए थे इसी कारण वह जल्दी ही खराब हो गए व उनके खराब होने पर उनके मेंटेनेंस के लिए भी राशि निकाली गई पर वह पंप आज तक बंद है और वो राशि भी डकार ली गई।
मनमोहक लाइट अब नहीं जलती
पूर्व पूर्व अध्यक्ष द्वारा नगर के लोगों के लिए लाखों रुपए खर्च पर उमरार किनारे पार्क में मनमोहक लाइट लगवाई गई थी। जो उनके कार्यकाल तक लोगों का मनमोह रही थी परंतु उनके कार्यकाल के बाद नपा अधिकारियों की अनदेखी का शिकार है।
नहीं दिया जवाब
उपरोक्त विषय पर वास्तविक स्थिति जानने के लिए नगर पालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले से दूरभाष पर संपर्क स्थापित किया गया तो उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया।
नहीं गूंजती किलकारी
सूरज ढलते ही यहां कभी बच्चों की किलकारियां गूंजती थी पर वह बच्चों की खुशी नपा के अधिकारियों ने छीन ली नपा द्वारा करोड़ों की लागत से बने पार्क की इस तरह उपेक्षा की गई कि वहां अब आदमी कुछ देर रुक भी नहीं सकता क्योंकि पूरे पार्क क्षेत्र में गंदगी ही गंदगी बिखरी हुई है। अब लोग पार्क जाना पसंद नहीं करते।
गंदगी का अंबार
नगर में जब इस पार्क का उद्घाटन हुआ था तो यहां शाम होते ही बच्चो और आम नगर वासियों का जमावड़ा लगता था हर कोई अपने बच्चों के साथ मनमोहक लाइटें और पाक की सुंदरता देखने पहुंचता था परंतु अब वहां अंधेरे के सिवा कुछ नहीं और तो और यहां नपा द्वारा ताले जड़ दिए गए हैं जिससे यहां कोई नहीं आ सकता।