उमरियाPublished: Jan 15, 2022 07:29:43 pm
ayazuddin siddiqui
करकेली ब्लाक अंतर्गत दुलहरी, भनपुरा व सिंहपुर की राशन दुकानों का मामला
Uttar Pradesh was written in the sack, 488 sacks of rice seized
उमरिया. करकेली ब्लाक अंतर्गत दुलहरी, भनपुरा व सिंहपुर की राशन दुकानों से 466 बोरी चावल प्रशासन ने जब्त किया है। मिली जानकारी में बताया गया है कि जब्त चावलों की बोरी में उत्तरप्रदेश का मार्क लगा हुआ है। प्रथम दृष्टया यह माना जा रहा है कि कहीं न कहीं अमानत मे खयानत की गई। यह पूरा चावल नान गोदाम से परिवहनकर्ता द्वारा उक्त दुकानों में पहुंचाया गया है । जहां एक ओर प्रशासन इस पूरे मामलें में परिवहनकर्ता को जिम्मेंदार बता रहा है , वहीं यह पूरा खेल नान गोदाम के अधिकारी और कर्मचारियों की सह पर चल रहा है। अगर बात की जाए तो पूरे राशन दुकानो में अमानक चावलों की सप्लाई हो रही है, और यह पूरा मामला आपस में मीलरों की टकराहट से सामनें आ जाते है। परिवहनकर्ता द्वारा यह कहा जा रहा है कि जो माल मुझे नान गोदाम से मिला, उसे दुकानों तक पहुंचानें का कार्य मेरा है। गुणवत्ता और बोरियों में मार्का देखनें का कार्य अधिकारी और कर्मचारियों का है। फिलहाल उमरिया कलेक्टर ने इस मामलें में संज्ञान लेते हुए कार्यवाही संस्थित की है। कलेक्टर द्वारा जांच टीम तैयार की गई है। जांच टीमों द्वारा मिलरों को बचाते हुए परिवहनकर्ता और ड्रायवर को दोषी माना जा रहा है। कलेक्टर ने यह भी कहा है कि अगर इस पूरे मामलें में मिलर दोषी पाए जाते है तो उन पर भी एफआईआर दर्ज की जाएगी। सवाल यह उठता है कि अगर प्रशासन परिवहनकर्ता और ड्रायवर को दोषी मान रहा है तो वह अपराधी कहां है जो उप्र सरकार का चावल मप्र तक लाकर शासकीय दुकानों तक पहुंचाया। ऐसे में यह प्रतीत होता है कि इस सफेद चावल की कालाबाजारी में दोनों ही राज्य के बड़े अधिकारियों की मिली भगत है।