प्रचार-प्रसार का अभाव
शहरी क्षेत्र में मतदान प्रतिशत बढाने को लेकर जगह जगह दीवार में स्लोगन लिखाए गए है। साथ ही होर्डिंग भी लगाए गए है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में यह व्यवस्था नही दिखाई देती।
उमरियाPublished: Apr 22, 2019 07:54:53 pm
amaresh singh
ऐसे कैसे संभव हो पाएगा शत-प्रतिशत मतदान
ग्रामीणों को नहीं पता कब होना है मतदान
उमरिया/बिरसिंहपुर पाली। लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास जुटा हुआ है। जिला निर्वाचन अधिकारी व उनकी पूरी टीम मतदाताओं को जागरुक करने की कवायद् कर रहे हैं। इसके बाद भी मतदाता जागरुकता की अलख जिले के सुदूर वर्ती ग्रामीण अंचलो तक नहीं पहुंच पाई है। आलम यह है कि ग्रामीणों को यह तो पता है कि चुनाव होना है पर उन्हे कब मतदान करने जाना है और कौन सा चुनाव हो रहा है। इसकी किसी भी प्रकार से जानकारी नहीं है। प्रशासन का मतदाता जागरुकता अभियान ग्रामीण अंचलो में कितना कारगर साबित हो रहा है इसका पड़ताल की गई तो ऐसी कई बाते सामने आई जो प्रशासन के साथ ही राजनैतिक पार्टियों की कमियों को भी उजागर करने वाली रही। पाली विकास खण्ड के ग्रामीण अंचलो में निवास करने वाले लोगों से जब चुनाव व उसके संबंध में चर्चा की गई तो ज्यादातर लोग इससे अनभिज्ञ ही नजर आए। कुछ को तो यह भी नहीं पता कि प्रत्याशी कौन है और उन्हे मतदान कब करना है।
प्रत्याशियों के नाम भी नहीं मालूम
ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोंगो को यह भी नहीं मालूम है कि किस पार्टी से प्रत्याशी कौन है। एक तरफ राजनैतिक पार्टियो के प्रत्याशी अपनी अपनी जीत को लेकर दावे पर दावे करते नजर आते है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में लोकसभा चुनाव में मतदान को लेकर बहुत ही कम उत्साह लोगो मे देखने को मिला है।
प्रचार-प्रसार का अभाव
शहरी क्षेत्र में मतदान प्रतिशत बढाने को लेकर जगह जगह दीवार में स्लोगन लिखाए गए है। साथ ही होर्डिंग भी लगाए गए है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में यह व्यवस्था नही दिखाई देती।