मानदेय में हो वृद्धि सुधा अवस्थी ने बताया कि आगामी मंगलवार को धरना स्थल पर सुंदर कांड पाठ का आयोजन कर आन्दोलन को आगे बढ़ाया जाएगा। अपनी मांगों के संबंध में उन्होंने बताया कि मानदेय में वृद्धि उनकी प्रमुख मांगों में से एक है जिसे भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में शामिल किया था। उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों से बीएलओ, नगर पालिका, तहसील सहित विभिन्न प्रकार के कार्य कराए जाते हैं। इसके बाद भी शासन उनकी जायज मांगों पर तवज्जो नहीं दे रहा।
मानदेय 15000 करने की मांग सुधा अवस्थी ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय 15000 व सहायकों का 10,000 किया जाए। अपनी 13 सूत्री मांगों के संबंध में उन्होने बताया कि प्रत्येक 5 वर्ष में वार्षिक मानदेय में वृद्धि, ग्रोथ चार्ट, वजन मशीन, रजिस्टर, पेंशन, कंप्यूटर ऑपरेटर सहित 15 दिन का मानदेय सहित चिकित्सालय सुविधा प्रदान करना शामिल है। उन्होंने कहा कि विगत 28 सितंबर 2016 को मुख्य सचिव के साथ हुए समझौते को लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उनकी जायज मांगों को नहीं मान रही है जिसके लिए प्रदेश सरकार ने 120 दिन का समय मांगा था। लेकिन अब प्रदेश सरकार वादा खिलाफी कर रही है। काफी समय बीत जाने के बाद भी सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है।
घर का खर्च चलाना मुश्किल सुधा अवस्थी ने कहा कि 4 – 5 महीने बीत जाते हैं, उन लोगों को मानदेय नहीं मिलता है। ऐसे में घर खर्च चलाना मुश्किल हो जाता है। समाजवादी पार्टी के शासन काल के दौरान किए गए धरना प्रदर्शन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सपा शासन में उनका मानदेय ₹800 बढ़ाया गया था। जबकि धरना प्रदर्शन के दौरान कई आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की अकाल मौत हो गई थी। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में आंगनवाडी कार्यकत्री जिलाधिकारी कार्यालय के बगल में स्थित धरना स्थल पर मौजूद थीं।