रिश्वत लेना भारी पड़ा सर्वे लेखपाल को
सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के करीमाबाद निवासी अधिवक्ता कमल किशोर ने लखनऊ में एंटी करप्शन विभाग के सर्वे लेखपाल राम शंकर के खिलाफ शिकायत की थी कि खतौनी में संक्रमणीय भूमि धरी का सरकारी आदेश दर्ज करने के नाम पर ₹5000 रिश्वत की मांग कर रहा है। शिकायत के पश्चात एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। जिसमें एंटी करप्शन टीम प्रभारी इंस्पेक्टर मान सिंह, इं. हरि सिंह, इं. एसएन सिंह, इं. अनुराधा सिंह, इं. धर्मेंद्र शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने लेखपाल को दिए जाने वाले नोटों पर केमिकल लगाया। पूर्व नियोजित योजना के मुताबिक अधिवक्ता ने लेखपाल को रुपए देने के लिए कलेक्ट्रेट के निकट बुलाया। जहां दोनों में बातचीत हुई और अधिवक्ता व सर्वे लेखपाल ने झाड़ी शाह बाबा के निकट चोखा बाटी बातचीत के दौरान चोखा बाटी का भी स्वाद लिया। इसके बाद उन्होंने सर्वे लेखपाल को ₹5000 दिए। जैसे ही सर्वे लेखपाल ने ₹5000 अपने हाथ में लिए, एंटी करप्शन की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। इस संबंध में कोतवाली में अभियोग पंजीकृत कराया गया है। सर्वे लेखपाल राम शंकर को एंटी करप्शन की टीम अपने साथ ले गई। एंटी करप्शन टीम द्वारा की गई कार्रवाई चर्चा का विषय बना है।