इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडे ने बताया कि दिव्या अवस्थी का शुक्लागंज थाना गंगाघाट में प्लाटिंग का कार्य होता था। जिसका कार्य मोनू खान उर्फ मोनू लुटेरा पुत्र चांद खान निवासी अहमदनगर बड़ी मस्जिद के पास शुक्लागंज थाना गंगाघाट देखता था। शुभम मणि त्रिपाठी, दिव्या अवस्थी के अवैध कार्यों को लगातार अपने अखबार में प्रकाशित करता रहता था। जिससे नाराज दिव्या अवस्थी ने सूटर के माध्यम से खत्म कराने का निश्चय किया। इस मामले में मोनू खान के कहने पर दिव्या अवस्थी ने अपने मित्र अफसर अहमद और अब्दुल बारी के साथ मिलकर चार लाख रुपए में शुभम मणि त्रिपाठी की हत्या करने का निश्चय किया। इसके बदले में ₹20000 भी एडवांस दिए गए थे। किराए पर लिए गए शूटर ने विगत 19 जून को दिन दहाड़े लखनऊ कानपुर राजधानी मार्ग पर सहजनी क निकट गोली मारकर हत्या दी। जिसके बाद प्रशासनिक हलके में हड़कंप मच गया।
इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मोनू लुटेरा पर ₹10000 का इनाम घोषित किया गया था। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अब तक नौ अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मोनू खान उर्फ मोनू लुटेरा के खिलाफ गंगा घाट कोतवाली में आईपीसी की धारा 307/ 504/ 323/ 504/ 506/ 147/ 148/ आर्म्स एक्ट सहित कई अन्य धाराओं में 5 मुकदमे पंजीकृत थे। गिरफ्तार करने वाली टीम में अपराध निरीक्षक गंगा घाट थाना पवन कुमार सोनकर, निरीक्षक कृष्ण नंदन तिवारी, उप निरीक्षक सहित अन्य कई हेड कांस्टेबल भी मौजूद थे।