ऐश्वर्या सिंह के वायरल वीडियो – पूरा बयान
मेरा नाम क्या है, इससे अब कुछ भी फर्क नहीं पड़ता है। लेकिन मेरा सरनेम सेंगर है। पिछले 3 सालों से मेरे परिवार के साथ अन्याय किया जा रहा है। मेरी मां संगीता सिंह सेंगर पिछले 15 वर्षों से जिला पंचायत सदस्य हैं। सक्रिय राजनीति का हिस्सा रही है। ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपना हर दायित्व निभाती आई हैं। इसी कारण सभी जिला पंचायत सदस्यों के द्वारा उन्हें जिला पंचायत अध्यक्ष चुना गया। आज एक महिला नेता की योग्यता, उनका एक्सपीरियंस, उनकी मेहनत हर चीज ताक पर रख दिया गया है।
औरत की खुद की पहचान नहीं
इस देश में औरतों के लिए रिजर्वेशन तो कर दिया गया है। पर वह जब चुनाव के लिए आगे आती हैं। तब उनके पति, उनके पिता कौन हैं इंपॉर्टेंट हो जाता है। क्या किसी औरत की योग्यता, किसी की बीवी, बेटी होने से कम हो जाती है। उसकी खुद की कोई पहचान नहीं। मैं बस आपसे मां की गलती पूछना चाहती हूं। वह दागी कैसे हैं? क्या मुझे और मेरे मां को सम्मान से जीने का हक नहीं है? आज बोल रही हूं। क्योंकि एक बार और अन्याय चुपचाप सह लिया अन्याय सह लिया तो शायद जमीर जिंदा रहना गवारा ना करें।