मौरावां थाना क्षेत्र के पुरवा रोड पक्के तालाब के पास का है। जहां भगवती सेठ का पुश्तैनी मकान और दुकान है। जो सेफ्टी टैंक का निर्माण करवा रहे थे। जिसकी शिकायत मिलने पर पीडब्ल्यूडी अधिकारी व कर्मचारी गिराने पहुंचे थे। पुरवा विधानसभा से विधायक अनिल सिंह ने कहा कि अधिकारी कर्मचारी सरकार की मंशा के खिलाफ काम कर रहे हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा जिससे रुपया मिलता है उसको छोड़ देते हैं और जिसका रुपया नहीं मिलता है, उसे गिरा देते हैं। जबकि सरकार ने आदेश दिया है कि गरीब और कमजोर को छेड़ा नहीं जाएगा। लेकिन उसका गलत फायदा उठा कर सरकारी कर्मचारी गरीब लोगों का नुकसान कर रहे हैं। जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री से होगी।
यह भी पढ़ें
माखी कांड: भतीजी की शादी के लिए चाचा ने मांगा जमानत, नामंजूर
शासन की मंशा के विपरीत कार्य
अनिल सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिया है केवल भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई होगी। 10-20 बीघे जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। लेकिन उनके काम सब उल्टे हो रहे हैं। कोई छोटा सा गड्ढा भी खोद देता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने चले आते हैं। क्योंकि उनको रुपया नहीं मिला। जिनका रुपया मिल जाता है। उनकी बिल्डिंग खड़ी करा देते हैं। तुरंत फर्जी आदेश भी बन जाता है। विधायक के अनुसार बीजेपी के कार्यकर्ता ने एक छोटा सेफ्टी टैंक बनवा लिया है। समाजवादी पार्टी के दलालों के साथ मिलकर अधिकारी कर्मचारी गिराने पहुंच गए। अधिकारी और कर्मचारी बीजेपी सरकार की छवि खराब नहीं कर सकते हैं। गिरेगा तो सबका गिरेगा नहीं तो गरीब का नहीं गिरने दूंगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि बसहा चौराहे पर पूरा का पूरा कांप्लेक्स बना है। चकरोड की जमीन की नाप जोक भी हो चुकी है। लेकिन सरकारी कर्मचारियों ने कागजी लिखा पढ़ी करके मामले को टाल रहे हैं। एक अन्य मामले पर उन्होंने कहा कि एक हॉस्पिटल सील हुआ है। गिराने का आदेश हो चुका है। लेकिन उसको गिराने नहीं पहुंच रहे हैं। क्योंकि वहां इनको रुपया मिल जाता है। समाजवादी पार्टी की मानसिकता रखने वाले अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की जाएगी। डीएम रविंद्र कुमार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। बोले जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।