उन्नाव

एनजीटी के आदेश पर बड़े पैमाने पर बंद की गई फैक्ट्रियां – बृजेश पाठक

नमामि गंगे जागृति यात्रा का हुआ भव्य स्वागत.

उन्नावAug 24, 2017 / 10:57 pm

Abhishek Gupta

Brajesh Pathak

उन्नाव. एनजीटी ने गंगा को प्रदूषित करने वाली टेनरी को बंद करने के निर्देश दिए हैं। तमाम टेनरी को बंद कर दिया गया है। लगभग डेढ़ सौ फैक्ट्रियों को बंद करके उन्हें अन्यत्र शिफ्ट किया जा रहा है। इसके लिए एनजीटी ने अस्पष्ट निर्देश दिए हैं। शुक्लागंज में अलग से एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने का भी निर्णय लिया गया है। जिसके लिए 500 करोड़ रुपए का इंतजाम किया गया है। कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने स्थानीय निराला प्रेक्षागृह में आयोजित नमामि गंगे जागृति यात्रा को संबोधित करते हुए उक्त विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो जिम्मेदारियां स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री अनिल राजभर को दी है उसे वह जिम्मेदारी के साथ निभा रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत करते हुए कानून मंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि नमामि गंगे जागृति यात्रा का उद्देश्य गंगा को अविरल व स्वच्छ करना है। उन्होंने कहा कि अनिल राजभर ने गंगा को स्वच्छ करने का जो बीड़ा उठाया है और मुख्यमंत्री ने जो निर्देष दिए हैं उनका व अक्षरसः पालन कर रहे हैं। इसलिए वह बधाई के पात्र हैं। पाठक ने कहा की उन्नाव की जनता उनके इस अभियान को कंधे से कंधा मिलाकर सफल बनाएगी।
गंगा के किनारे ही जीवन की यात्रा समाप्त होती है -अनिल राजभर

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि विगत 9 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कालिदास मार्ग से नमामि गंगे जागृति यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। तब से लगातार यह यात्रा विभिन्न पड़ाव से होते हुए उन्नाव पहुंची है। इसके पूर्व यह यात्रा बिजनौर से होते हुए कन्नौज, फर्रुखाबाद, कानपुर यात्रा कर चुकी है। उन्होंने कहा कि गंगा को किसी धर्म जात से बांधकर नहीं देखा जा सकता है। परंतु जीवन यात्रा गंगा से शुरु होकर और गंगा के किनारे ही खत्म होती है। भगवान विष्णु के चरणों में स्थान पाने वाली गंगा शिव की जटाओं से होते हुए धरती पर 60 हजार पुत्रों का उद्धार करने के लिए आई थी। परंतु आज यह सवा सौ करोड़ भारतवासियों का उद्धार कर रही है। इस मौके पर उन्होंने होमगार्ड के जवानों की पीठ थपथपाते हुए उन्होंने कहा कि कम संसाधनों से जिस प्रकार होमगार्ड के जवानों ने इतना बड़ा काम किया है वह काबिले तारीफ है। इसके लिए जवानों के लिए जो कुछ करना पड़ेगा उसे अवश्य करेंगे। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे जागृति यात्रा आगामी 6 सितंबर को बलिया में समाप्त होगी।
 
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