दरोगा कि दबंगों के साथ मिलीभगत यहीं समाप्त नहीं होती है। अदालत में दाखिल किए गए चार्ज शीट में भी मृतक पुत्र को शामिल कर लिया। इस संबंध में पिता ने अदालत में शिकायती पत्र देकर दरोगा के कारनामों को उजागर किया। अदालत ने दरोगा के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा। लेकिन कोई कार्यवाही ना हुई। पिता द्वारा एक बार फिर अदालत को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की अदालत के आदेश पर थानाध्यक्ष ने दरोगा सहित चार के खिलाफ संगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
मारपीट की घटना में शामिल अनवर ने अदालत को बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास सार्वजनिक शौचालय के निर्माण के दौरान हेमनाथ, नौशाद और मदन से मारपीट हो गई। इस घटना में दरोगा सुरेश चंद्र से मिलकर हेमनाथ, नौशाद आदि ने अनवर मंजीत, साजिद और वसीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था। जबकि वसीम की 2018 में हुई सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी थी। जिसका पोस्टमार्टम में औरास थाना पुलिस ने कराया था।
अनवर ने बताया कि वह लगातार दरोगा सुरेश चंद्र को बताता रहा कि उसके पुत्र वसीम की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है। लेकिन उसने एक न सुनी। इसी बीच दरोगा ने सभी लड़कों के आधार कार्ड की फोटो कॉपी भी ले लिए। जिस पर दूसरे लड़के का अंगूठा भी लगवा लिया। घटनाक्रम को सुनने के बाद न्यायाधीश ने पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर दरोगा के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद अनवर ने अदालत में एक बार फिर जनवरी 2022 में शिकायत की ।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत ने दरोगा के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। इस संबंध में थानाध्यक्ष बताया कि आरोपी दरोगा सहित चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विवेचना की जा रही है। जिसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी एक बार फिर अदालत ने निर्देशित किया कि