लगभग 120 गांव बाढ़ की चपेट में गौरतलब है जनपद के लगभग 120 गांव बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित है। इसके अतिरिक्त आसपास के क्षेत्र भी बाढ़ की चपेट में है। बाढ़ की चपेट में आने से उन्नाव हरदोई मार्ग से फतेहपुर चौरासी होते हुए शिवराजपुर जाने वाली सड़क 50 मीटर से ज्यादा कट चुकी है। चकलवंशी – परियर – बिठूर – कानपुर मार्ग भी आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है। उक्त मार्ग से लखनऊ से आने वाले वाहन भी निकलते थे। बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए एसडीआरएफ टीम ने भी जनपद में डेरा डाला है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार राहत और बचाव कार्य कर रही है।
स्थिति और विकट होने की संभावना गौरतलब है गंगा लगातार छठे दिन खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 75967 परिवार बाढ़ की चपेट में आए हैं। जिनमें से 4890 प्रभावित लोगों को राहत शिविर में लाया गया है। इस संबंध में बातचीत करने पर जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लइया, चना, गुड, मोमबत्ती अधिकार वितरण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जहां खाना बनाने की व्यवस्था है वहां रिफाइंड, मसाला, मोमबत्ती, माचिस, आलू आदि का वितरण किया जा रहा है।
आधा दर्जन से ज्यादा विकास खंड के गांव प्रभावित गंज मुरादाबाद, बांगरमऊ, सफीपुर, सरोसी, अचल गंज, बीघापुर सहित तमाम विकास खंड के गांव बाढ़ प्रभावित है। जनपद में बांगरमऊ से लेकर बक्सर मां चंद्रिका देवी के आगे तक गंगा नदी लगभग सौ किलोमीटर की दूरी तय करती है जो धीरे-धीरे कानपुर को छोड़कर उन्नाव की तरफ बढ़ती चली आ रही है। जिसके कारण बाढ़ का सबसे ज्यादा असर जनपद के कटरी क्षेत्रों को होता है। सरोसी विकासखंड के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में है। जिसमें चंदन खेड़ा, करीमाबाद, सुब्बा खेड़ा, मोहद्दीनपुर, कुसली खेड़ा, बाबू खेड़ा, जंगे नगर जैसे गांव शामिल है। जिला प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य में लगा है। नगर पालिका, विकास खंड कार्यालय, तहसील के साथ स्वयंसेवी संगठन भी बाढ़ पीड़ितों के राहत और बचाव कार्य के लिए अभियान चला रहा है। बाढ़ राहत के कार्य में क्षेत्रीय सांसद साक्षी महाराज, विधानसभा सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, विधायक पंकज गुप्ता, विधायक बंबा लाल दिवाकर, बांगरमऊ नगर पालिका अध्यक्ष इजहार खान गुड्डू सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवी संगठन व कार्यकर्ता आगे आकर मदद कर रहे हैं।