बारासगवर थाना क्षेत्र के बरदहा गांव निवासी रोजी रोटी की तलाश में मुंबई मुंबई गया था। जहां कोविड-19 लॉग डाउन के दौरान देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की सरकार पर सवालिया निशान लगाते हुए अपने घर के लिए निकला। रास्ते में कहीं पैदल तो कहीं साधन से दूरी तय करते हुए जैसे तैसे घर पहुंचा। गांव पहुंचने पर लोगों ने स्वास्थ्य परीक्षण कराने को कहा। इसके बाद वह पीएचसी बीघापुर में पहुंचकर अपनी जांच कराई। बुखार, खांसी, सांस की बीमारी आदि लक्षण एक साथ देखकर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
आकस्मिक कक्ष के फीवर क्लीनिक में उसका चेक किया गया। जिसके बाद जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया। विगत सोमवार को उसका सैंपल जांच के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजा गया। लेकिन रिपोर्ट आती इसके पहले मंगलवार को उसकी मौत हो गई। मौत के बाद एक बार फिर मृतक का सैंपल जांच के लिए केजीएमयू भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद यह निश्चित होगा की मौत कोरोना पॉजिटिव से हुई है या फिर सामान्य। रिपोर्ट आने तक शव को डीप फ्रीजर में सुरक्षित रखा जाएगा।