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पूर्व राज्य मंत्री व सपा नेता के पुत्र द्वारा दलित किशोरी की हत्या, दोबारा हो रहा पोस्टमार्टम

locationउन्नावPublished: Feb 15, 2022 09:26:21 pm

Submitted by:

Narendra Awasthi

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किशोरी की हत्या का समय सहित अन्य मामलों में सवालिया निशान लग रहा था जिसको लेकर डॉक्टरों के पैनल पर भी सवालिया निशान लग रहा था। सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता द्वारा पीजीआई के डॉक्टरों से पोस्टमार्टम दोबारा कराए जाने की मांग रखी गई थी। मृतक परिजन ने जिला प्रशासन को पत्र देकर दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की। लखनऊ के विधि विज्ञान प्रयोगशाला द्वारा गठित टीम से दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
 
 
 
 

पूर्व राज्य मंत्री व सपा नेता के पुत्र द्वारा दलित किशोरी की हत्या, दोबारा हो रहा पोस्टमार्टम

पूर्व राज्य मंत्री व सपा नेता के पुत्र द्वारा दलित किशोरी की हत्या, दोबारा हो रहा पोस्टमार्टम

उन्नाव में दलित किशोरी की हत्या मामले में उस समय नया मोड़ आ गया। जब मृतक परिजन की मांग पर जिला प्रशासन ने दफन किए गए शव को एक बार फिर पोस्टमार्टम कराने का निश्चय किया। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता सीमा कुशवाहा सहित अन्य लोगों ने अपने विचार प्रकट किए थे। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज जाजमऊ के चंदन घाट से शव को बाहर निकलवाया गया। इस संबंध में डीएम रविंद्र कुमार ने कहा कि लखनऊ की विधि विज्ञान प्रयोगशाला की विशेषज्ञ टीम के सामने शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। मामला बीते 8 दिसंबर 2021 को उस समय शुरू हुआ था। जब सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत हरदोई पुल के निकट से दलित किशोरी का अपहरण हो गया था। इस संबंध में 9 दिसंबर को अपहृत किशोरी की मां ने सदर कोतवाली में तहरीर देकर बेटी की बरामदगी की मांग की थी।

क्या है पूरा मामला

सदर कोतवाली पुलिस ने 10 दिसंबर को गुमशुदगी दर्ज की थी। लेकिन मामले की एफआईआर दर्ज नहीं हुई। 13 दिसंबर को मां ने एसपी से मिलकर बेटी की बरामदगी की गुहार लगाई। इसके बाद भी पुलिस की आंखें नहीं खुली। 10 जनवरी को सदर कोतवाली में पूर्व राज्य मंत्री के पुत्र रजोल सिंह के खिलाफ एससी एसटी व अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। लेकिन इसके बाद भी पुलिस की लापरवाही जारी रही। 24 जनवरी को पीड़िता की मां ने अखिलेश यादव की कार के आगे कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया था। जिसके बाद जिला प्रशासन की किरकिरी हुई। आनन-फानन में पुलिस ने 25 जनवरी को आरोपी रजोल सिंह को गिरफ्तार करते हुए 10 फरवरी को सपा नेता के दिव्यानद आश्रम के बगल प्लाट से किशोरी का शव जमीन के अंदर से बरामद किया। भारी विरोध के बाद पहले पोस्टमार्टम और फिर अंतिम संस्कार हुआ।

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर उठ रहे थे सवाल

पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद से ही उस पर सवालिया निशान लग रहा था। इसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे पीएल पुनिया ने मृतक परिजन से बातचीत की। सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाया था और पीजीआई के डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की थी। जिसके बाद मृतक परिजन ने डीएम को पत्र देकर दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की। जिलाधिकारी रवींद कुमार ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ को पत्र लिखकर इस संबंध में जानकारी दी। एफएसएल टीम के द्वारा पोस्टमार्टम कराए जाने की जानकारी दी। पोस्टमार्टम विशेषज्ञ की मौजूदगी में कराया जा रहा है।

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