script…तो अब तीसरी बार होगा दलित किशोरी के शव का पोस्टमार्टम, सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता ने की मांग | Dalit girl murder: Demand post-mortem from expert medical board | Patrika News

…तो अब तीसरी बार होगा दलित किशोरी के शव का पोस्टमार्टम, सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता ने की मांग

locationउन्नावPublished: Feb 16, 2022 09:49:58 am

Submitted by:

Narendra Awasthi

दलित किशोरी की हत्या का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। मृतका के शव का तीसरी बार पोस्टमार्टम कराने के लिए एक्सपर्ट मेडिकल बोर्ड के गठन की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता अवनी बंसल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पीड़ित परिवार के बीच यह मांग की। उन्होंने कहा कि अब पुलिस के हाथ से मामला निकल गया है। इसका निर्णय अब मजिस्ट्रेट करेंगे। मंगलवार की देर रात शुरू हुआ कांग्रेस का धरना प्रदर्शन अभी भी जारी है।

...तो अब तीसरी बार होगा दलित किशोरी के शव का पोस्टमार्टम, सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता ने की मांग

…तो अब तीसरी बार होगा दलित किशोरी के शव का पोस्टमार्टम, सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता ने की मांग

तो क्या दलित युवती के शव का तीसरी बार पोस्टमार्टम होगा? यह सवाल तब निकल कर सामने आया जब स्थानीय डाक्टरों और पीजीआई के डॉक्टरों द्वारा किए गए पोस्टमार्टम रिपोर्ट अलग-अलग आए हैं। कांग्रेस पीड़ित परिवार को लेकर गंभीर है। मंगलवार देर रात से ही कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। इनमें सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता भी शामिल थी। कानूनी दांवपेच के बीच सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक्सपर्ट मेडिकल बोर्ड के माध्यम से बॉडी का परीक्षण करने की मांग करते हैं। अब पुलिस के हाथ से मामला निकल गया है। अब मजिस्ट्रेट स्तर पर ही इसका निर्णय होगा।

 

सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता अवनी बंसल ने कहा कि दो बार पोस्टमार्टम हुए हैं और दोनों रिपोर्ट अलग-अलग हैं। जब यह मामला कोर्ट में जाएगा तो सवाल उठेगा कि एक बॉडी के दो पोस्टमार्टम रिपोर्ट कैसे? उन्होंने बताया कि पीजीआई के डॉक्टर द्वारा किए गए पोस्टमार्टम में गले में चोट का निशान बताया गया है। जबकि पहले वाले पोस्टमार्टम में ऐसा कुछ नहीं था। बोली इससे यह सिद्ध होता है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने कहा कि जब तक एक्सपर्ट मेडिकल बोर्ड के द्वारा पीड़िता के बॉडी का परीक्षण नहीं होता है। तब तक बॉडी को डिस्पोज नहीं करने देंगे। इस मामले में चीफ जस्टिस आफ उत्तर प्रदेश व ज्यूडिशरी मजिस्ट्रेट को इस मामले में पत्र लिखकर एक्सपर्ट मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग करेंगे।

यह भी पढ़ें

पूर्व राज्य मंत्री व सपा नेता के पुत्र द्वारा दलित किशोरी की हत्या, दोबारा हो रहा पोस्टमार्टम

पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर उठ रहे थे सवाल

उल्लेखनीय है कि बीते 8 दिसंबर को दलित युवती का अपहरण कर लिया गया था। जिसका शव पूर्व राज्य मंत्री व सपा नेता स्वर्गीय फतेह बहादुर सिंह के पुत्र रजोल सिंह के आश्रम के बगल में खाली प्लाट में मिला था। 10 फरवरी को जमीन के अंदर से दलित किशोरी का शव निकालकर 11 फरवरी को पोस्टमार्टम कराया गया था। भारी विरोध के बीच अंतिम संस्कार भी कर दिया गया था। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर लगातार सवाल उठ रहे थे। इस बीच राजनीतिक सरगर्मी भी रही। प्रियंका गांधी, पीएल पुनिया, निर्भया कांड की अधिवक्ता रही सीमा कुशवाहा, बसपा सुप्रीमो मायावती उक्त घटना में पीड़ित परिवार से बात कर चुकी है। अब सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अवनी बंसल पीड़िता परिवार को कानूनी सलाह दे रही हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो