इस बीच परिजनों ने जिला प्रशासन पर अविश्वास दिखाते हुए शव का पोस्टमार्टम दूसरे जिले में कराए जाने की भी मांग कर दी। जिससे प्रशासन के हाथ पैर फूल गए। उन्होंने किसी प्रकार मना कर पोस्टमार्टम के लिए राजी किया। गौरतलब है ज्योति पत्नी संजीव सिंह उर्फ गोलू निवासी बंधु हार सिविल लाइन सदर कोतवाली की गोली लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। यह घटना बिगत मंगलवार दोपहर 2:00 बजे की थी। जिसके बाद मौके पर पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी मौकेेे पर पहुंचे। डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया था।
मृतका ज्योति के पिता राकेश सिंह जो दिल्ली में अपना व्यापार करते हैं ने कहा कि बेटी के ससुराल वालों ने उसके ऊपर काफी जुल्म किया है। हम लोगों से ना मिल पाए और किसी प्रकार का संदेश का आदान-प्रदान ना हो इसकी भी निगरानी की जाती थी। उन्होंने कहा कि मौत की बेटी के ससुराली जनों से नहीं बल्कि अज्ञात की तरफ से मिली है। उन्होंने कहा कि यदि न्याय नहीं मिलता है तो परिवार सहित आत्मदाह कर लेंगे।
मृतका ज्योति का भाई रोहित सिंह एयर फोर्स नौकरी करता है, जो शाम को कोतवाली पहुंच गया। जहां उसने बहन के शव का पोस्टमार्टम दूसरे जनपद में कराए जाने की मांग की। रोहित सिंह की मांग पर प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिसके बाद जिलाधिकारी को हस्तक्षेप करना पड़ा। जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद दो डाक्टरों के पैनल व वीडियो रिकॉर्डिंग के बीच ज्योति के शव का पोस्टमार्टम कराए जाने का निर्णय लिया गया। डिप्टी सीएमओ डॉ विकास सचान व डॉ. आनंद स्वरूप ने शव का पोस्टमार्टम किया