आशा हॉस्पिटल ने डॉ मृदुल शर्मा के द्वारा बताए गए सर्जरी की जरूरतों को पूरा किया डॉक्टर मृदुल शर्मा ने बताया कि न्यूरो की सर्जरी में बेहोश करने वाली मशीन महत्वपूर्ण रोल होता है।उन्नाव में हुए ऑपरेशन के संबंध में बताया गया कि कामता प्रसाद शुक्ला (80) निवासी महाराजपुर पंसरा तकिया थाना बिहार का एक्सीडेंट हो गया था। ट्रैक्टर ने उन्हें टक्कर मार दिया था। जिससे ब्रेन हेमरेज हो गया। काफी दिनों तक उन्हें इस बात की जानकारी नहीं हुई। लेकिन कुछ दिन बाद उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई। लोगों को पहचानना भूल गए और विक्षिप्त कि तरह व्यवहार करने लगे। इसके बाद उन्हें आशा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
न्यूरो सर्जरी में ऑपरेशन थिएटर का महत्वपूर्ण स्थान ऑपरेशन की आवश्यकता पड़ने पर आगरा के डॉक्टर मृदुल शर्मा से संपर्क किया गया। डॉक्टर मृदुल शर्मा ने न्यूरो सर्जरी के लिए अपनी जरूरतें बताई और कहा कि ऑपरेशन थिएटर के साथ ऑपरेशन में आने वाले महत्वपूर्ण इंस्ट्रूमेंट का भी होना आवश्यक है। उसके बाद ही न्यूरो सर्जरी हो सकती है। आशा हॉस्पिटल द्वारा डॉ मृदुल शर्मा द्वारा बताई गई जरूरतों को पूरी की गई। उसके बाद जनपद का पहला न्यूरो सर्जरी का ऑपरेशन शुरू हुआ जो सफल रहा। सफल ऑपरेशन का परिणाम आज उस समय दिखाई पड़ा। जब कामता प्रसाद शुक्ल डॉक्टर के सामने आकर अपने परिवारीजनों को पहचानना और बातचीत की। बातचीत के दौरान उन्होंने घटना और घटना के बाद की स्थिति के विषय में जानकारी दी।
शांत रहे ब्लड प्रेशर नजदीक नहीं आएगा डॉ मृदुल शर्मा ने इस मौके पर ब्रेन हेमरेज के कारणों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ब्रेन हेमरेज के कई कारण होते हैं। दुर्घटना के अतिरिक्त हाई ब्लड प्रेशर भी ब्रेन हेमरेज का खतरा पैदा करता है। उन्होंने बताया कि दिनचर्या की जद्दोजहद में पता नहीं चलता है कि आदमी कब तनाव आ जाए। रास्ते में भीड़ को देखने पर आक्रोशित होना, बात-बात पर घर पर लोगों पर गुस्सा होना तनाव के कारण है। जो ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है। ब्लड प्रेशर से सब बचने का सबसे अच्छा तरीका है शांत रहे। उन्होंने कहा कि ब्लड प्रेशर का कोई लक्षण नहीं होता है। उसका परिणाम सामने आता है। उन्होंने कहा आप किसी को बदल नहीं सकते हैं। स्वयं को बदल ले ज्यादा अच्छा है। उन्होंने सुख को परिभाषित करते हुए कहा कि वर्तमान में जो हो रहा है वही सबसे सुखद क्षण है।