स्वास्थ्य एवं शिक्षा गांव के बदलाव के लिए दो महत्वपूर्ण कार्यक्रम जिलाधिकारी ने गांव में दे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों स्वास्थ्य एवं शिक्षा में बदलाव की जरूरत है। प्रत्येक गर्भवती महिला के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यदि मां स्वस्थ्य होगी तो नवजात शिशु भी स्वस्थ्य होगा। प्रत्येक नवजात व 02 वर्ष तक के बच्चे को जानलेवा बीमारियों से बचाव हेतु पूर्ण प्रतिरण कराना जरूरी है। यह कार्य सभी ग्राम प्रधानों को अपनी नैतिक जिम्मेदारी के साथ निभाना है। उन्होने कहा कि ग्राम प्रधान अपने गांव में स्वास्थ्य कार्यक्रमों में सिरकत करें उसकी समीक्षा करें और देखें कि उनके गांव की सभी किशोरी, गर्भवती महिला व बच्चों के स्वास्थ्य की पूरी देखभाल हो। प्रत्येक कुपोषित बच्चों के उपचार की स्थिति से अवगत हो। उन्होने कहा कि प्रधान प्रत्येक बच्चे को शिक्षा दिलाने में सहयोग करें। स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए प्रधानों को प्रेरित करें।
अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य ने भी किया संबोधित कार्यक्रम को अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण लखनऊ मंडल लखनऊ डॉक्टर अतुल मिश्रा, मुख्य विकास अधिकारी प्रेम रंजन सिंह मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर लालता प्रसाद आदि ने भी संबोधित किया। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आर. के. गौतम, दुर्गेश प्रसाद यादव जिला कार्यक्रम अधिकारी, बी.के.शर्मा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा. ए. के. रावत, डा. तन्मय कक्कड, जिला कुष्ठ अधिकारी डा. ए. के. मिश्रा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. बी.बी. दुबे, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.नरेन्द्र सिंह, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी लाल बहादुर यादव, मधुर मोहन श्रीवास्तव, ए. के. शुक्ला, सरदार मनिन्दर सिंह, के. सी. पाण्डेय, जे. बी. पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में ग्राम प्रधान व अधिकारीगण मौजूद थे।