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कोविड-19 लॉक डाउन, शिक्षा व्यापारियों का अभिभावकों को अल्टीमेटम – फीस दो या लड़के के पढ़ाई बंद करो

locationउन्नावPublished: May 24, 2020 12:00:40 pm

Submitted by:

Narendra Awasthi

– जिलाधिकारी से मिलकर अभिभावकों ने सुनाई आपबीती
– नगर मजिस्ट्रेट व जिला विद्यालय निरीक्षक को समस्या समाधान के लिए दिए 2 दिन
– किताब खरीदने के लिए भी बनाया जा रहा दबाव

कोविड-19 लॉक डाउन, शिक्षा व्यापारियों का अभिभावकों को अल्टीमेटम - फीस दो या लड़के के पढ़ाई बंद करो

कोविड-19 लॉक डाउन, शिक्षा व्यापारियों का अभिभावकों को अल्टीमेटम – फीस दो या लड़के के पढ़ाई बंद करो

उन्नाव. कोविड-19 लॉक डाउन के दौरान शिक्षा का व्यवसाय चरम पर है। शिक्षा माफिया अभिभावकों से वसूली के हर हथकंडे अपना रहे हैं। इनमें जनपद के बड़े से बड़े नामचीन विद्यालय इस हरकत में शामिल हैं। व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से अभिभावकों के पास पहुंच रहा मैसेज इस बात का प्रमाण है कि विद्यालय प्रबंधन किस तरह से पढ़ाई के नाम पर शिक्षा का व्यवसाय ताकत के बल पर कर रहे हैं। बताते हैं की फीस जमा न करने पर लड़के को ऑनलाइन परीक्षा में सम्मिलित होने नहीं दिया जाएगा। किताबों के लिए भी अनावश्यक रूप से दबाव बनाया जा रहा है लॉक डाउन केेेे दौरान कमाई के साधन बंद होने के कारण वह लोग आपस में मिलकर पुरानी किताबों से काम चलाना चाहते हैं। लेकिन विद्यालय प्रबंधन प्रतिवर्ष किताबों का नाम बदलकर नई किताबें खरीदने के लिए दबााव बना रहे हैं। जबकि अंदर का कोर्स लगभग एक समान है।

 

स्कूल की फीस के नाम पर अवैध वसूली

यह मामला उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र से उस समय सामने आया जब जनपद के नामचीन विद्यालय के छात्रों के अभिभावक जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिला अधिकारी को अपनी आपबीती सुनाई। इस मौके पर अभिभावकों ने जिलाधिकारी को वह रसीद दिखाई, जिसमें छात्रों से फीस ली गई थी। वसूली फीस देखकर जिलाधिकारी आश्चर्य में पड़ गए। उन्होंने सीधे कहा 50% फीस कम होनी चाहिए। विद्यालय बंद के दौरान मेंटेनेंस का खर्चा कम हो गया है तो फीस किस बात की, लड़के जब स्वयं घर में पढ़ाई कर रहे हैं तो लाइब्रेरी व कंप्यूटर की फीस किस बात की, स्कूल खुल नहीं रहा तो डायरी किस बात की।

 

जिला विद्यालय निरीक्षक असमर्थ

लेकिन मौके पर मौजूद जिला विद्यालय निरीक्षक जिलाधिकारी की बातों को समझ नहीं पाए। उन्होंने अभिभावकों की मांगों पर जिलाधिकारी के अनुपस्थित में कहा विद्यालय में फीस कम कराने को लेकर उनके पास कोई पावर नहीं है। लेकिन जिलाधिकारी ने 2 दिनों के अंदर समस्या के समाधान के लिए नगर मजिस्ट्रेट के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया। अभिभावकों में सुनीत तिवारी, संजय सिंह, जितेंद्र दीक्षित जीतू, जितेश निगम, विशाल गुप्ता, यतींद्र सिंह, फरीद उद्दीन, राजेश मिश्रा सहित अन्य लोग शामिल थे।

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