इन्डाग्रो फूड्स लिमिटेड का मामला इन्डाग्रो फूड्स लिमिटेड में कार्यरत कर्मचारियों व कम्पनी प्रबन्धन के बीच विवाद की जानकारी पर पहुंचे हिन्दू जागरण मंच के प्रान्तीय मन्त्री व प्रभारी विमल द्विवेदी ने कर्मचारियो से वार्ता की तो स्लाटर हॉउस में खुल कर अनियमताये सामने आई। श्रमिकों ने बताया कि विगत 15 वर्षो कार्यरत कर्मचारियों हटाकर अलीगढ के लोगो रखा जा रहा। श्री द्विवेदी ने कर्मचारियों की माँगो के लेकर कम्पनी प्रबन्धन से बात करनी चाही। इस पर उन्होंने बात करने से मना कर दिया। इस पर कंपनी द्वारा की जा रही अनियमितताओं को लेकर दो सैकड़ा से ज्यादा मजदूर नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गए। जहां उन्होंने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया।
फैक्ट्री प्रबंधन की अनियमितताओं के शिकार हैं श्रमिक अपने ज्ञापन में श्रमिकों ने बताया है कि कम्पनी प्रबन्धन द्वारा विगत 10 -15 वर्षो कार्यरत मजदूरों को हटा कर बाहरी कर्मचारियों को रखा जा रहा है जिस पर रोक लगायी जाय। पूर्व में कार्यरत कर्मचारियों को काम में वापस लिया जाय। कर्मचारियों को लेवर एक्ट के अन्तर्गत वेतन दिया जाय। इसके साथ ही कर्मचारी दुर्घटना, स्वास्थ बीमा का लाभ भी दिया जाय। विगत 10 -15 वर्षो से काम कर रहे कर्मचारियों को परमानेंट किया जाय। साथ ही लेवर एक्ट के अंतर्गत सारी सुबिधाये दी जाय। कम्पनी द्वारा नाबालिग बच्चों से काम कराने की जानकारी श्रमिकों द्वारा दी गई है जिस पर लेबर कमिश्नर से जांच कराया जाए और कंपनी प्रबंधन के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाए। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंच के प्रांतीय मंत्री विमल द्विवेदी ने बताया कि कर्मचारियो से 8 घन्टे से ज्यादा काम लेने पर उन्हें ओवर टाइम का भुगतान दिया जाय। साथ ही पूरे माह का वेतन दिया जाय। श्री द्विवेदी ने कहा कि कर्मचारियों न्याय दिलाने के लिए वह हर संभव मदद करेंगे। आवश्यकता पड़ने पर माननीय मुख्यमन्त्री से मिलकर कर्मचारियों को न्याय दिलाने की मांग करेंगे। ज्ञापन देने वालों जिला अध्यक्ष अजय त्रिवेदी, प्रदेश सह मन्त्री ललित द्धिवेदी, नगर अध्यक्ष विकास सिंह सेंगर, युवा प्रभारी मनीष अवस्थी, नगर महामन्त्री
धर्मेन्द्र शुक्ला मंंच के अन्य पदाधिकारी के साथ सैकड़ों की संख्या में फैक्ट्री कर्मी मौजूद थे।