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आर्यावर्त ग्रामीण बैंक कर्मियों की भ्रष्ट कार्यप्रणाली, किसान ऋण मोचन योजना के लाभ से वंचित

locationउन्नावPublished: May 10, 2018 02:41:35 pm

लाभार्थी के आधार कार्ड को दूसरे के बैंक अकाउंट से लिंक किया…

Farmer facing problem due to bank in Unnao UP news

आर्यावर्त ग्रामीण बैंक कर्मियों की भ्रष्ट कार्यप्रणाली, किसान ऋण मोचन योजना के लाभ से वंचित

उन्नाव. बैंक कर्मचारियों की लापरवाही कही जाए या भ्रष्टाचार। किसान को शासन द्वारा दी जा रही ऋण मोचन योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जबकि किसान जिला कृषि अधिकारी और बैंक के चक्कर लगाते लगाते थक सा चुका है। किसान का कहना है कि उसका आधार कार्ड दूसरे के बैंक खाते में दर्ज कर दिया गया है। बैंक वाले बताते हैं इस आधार कार्ड से एक बार ऋण मोचन योजना का लाभ मिल चुका है। अब नहीं मिलेगा। किसान ने बताया कि ऋण मोचन योजना अंतर्गत उपलब्ध 104111 किसानों की सूची में उसका भी नाम दर्ज है। लेकिन ऋण अदा ना होने के कारण उसके सामने जीवन-मरण का प्रश्न आ गया है। किसान के शिकायती पत्र पर कार्रवाई करते हुए जिला कृषि अधिकारी ने अग्रणी जिला प्रबंधक, बैंक ऑफ इंडिया को पत्र भेजकर किसान को नियमानुसार ऋण मोचन योजना का लाभ दिलाएं जाने को कहा है। 20 दिसंबर 2017 को जिला कृषि अधिकारी द्वारा लिखे गए पत्र पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।
बैंक वाले भगा देते हैं किसान को

रामबली पुत्र स्वर्गीय जुगनू निवासी तोरियर थाना माखी ने बताया कि ऋण मोचन योजना के अंतर्गत उसका भी ऋण को माफ होना था। इस संबंध में उसने अपने सारे कागजात आर्यावर्त ग्रामीण बैंक की थाना शाखा में जमा करा दिया था। जिसमें आधार कार्ड भी लगा हुआ था। उन्होंने बताया कि बैंक कर्मचारियों की भ्रष्ट कार्यप्रणाली के कारण उसका आधार कार्ड नंबर दूसरे किसान के अकाउंट में दर्ज करा दिया गया है। जिससे ऋण मोचन योजना का लाभ जो उसे मिलना था नहीं मिल पाया। इस संबंध में आर्यावर्त ग्रामीण बैंक की शाखा थाना से कई बार बातचीत की। लेकिन बैंक वाले कहते हैं एक बार आधार कार्ड के माध्यम से ऋण मोचन योजना का लाभ मिल चुका है। अब नहीं मिलेगा। रामबली ने जिला कृषि अधिकारी को भी शिकायती पत्र देकर ऋण मोचन योजना का लाभ दिलाए जाने की मांग की थी।
जिला कृषि अधिकारी के पत्र से भी नहीं पड़ा असर

रामबली की शिकायती पत्र पर जिला कृषि अधिकारी अतींद्र सिंह ने अग्रणी जिला प्रबंधक बैंक ऑफ इंडिया को पत्र भेजकर रामबली के मामले की पूरी जानकारी दी है। 20 दिसंबर 2017 को जारी किए गए पत्र में उन्होंने कार्रवाई के बाद जवाब मांगा था। परंतु बैंक प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की। किसान आज भी दर-दर की ठोकरें खा रहा है। उसकी समझ में नहीं आ रहा है वह क्या करें। रामबली ने जिलाधिकारी से गुहार लगाते हुए ऋण मोचन योजना का लाभ दिलाने की मांग की है।
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