scriptजमीन अधिग्रहण के खिलाफ उन्नाव में किसानों का प्रदर्शन | Farmers Protest i in Unna against land acquisition | Patrika News

जमीन अधिग्रहण के खिलाफ उन्नाव में किसानों का प्रदर्शन

locationउन्नावPublished: Sep 01, 2017 08:36:04 pm

Submitted by:

shatrughan gupta

ट्रांस गंगा सिटी परियोजना के अंतर्गत अधिग्रहित की गई जमीन को वापस करने की किसान नेताओं मांग की।

Trans Ganga City Project

Trans Ganga City Project

 उन्नाव. ग्राम समाज की सैकड़ों बीघा जमीन यूपीएसआईडीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक व जिलाधिकारी के बीच दुरभिसंधि कर सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाते हुए ग्राम समाज की सैकड़ों बीघा जमीन अधिग्रहित कर ली। अधिगृहित की गई जमीन को मुक्त किया जाए, ताकि गांव वालों के काम आ सके और अधिकारियों के खिलाफ भू-माफियाओं की श्रेणी में हुए अपराध का मुकदमा पंजीकृत कराया जाए।
भू अधिग्रहण की पूरी प्रक्रिया की न्यायिक उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कारवाई की जाए। ट्रांस गंगा सिटी परियोजना के अंतर्गत अधिग्रहित की गई जमीन ओके आंदोलित किसानों ने बड़ी संख्या में आकर जिला मुख्यालय पर दस्तक दी। जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन देने आए आंदोलित किसानों के नेता डॉक्टर बी एन पाल ने इस मौके पर उक्त विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि यूपीएसआईडीसी के कुछ अधिकारियों से मिलकर तथाकथित किसान नेता अनमोल ने अपने साथियों के साथ लेकर बड़े पैमाने पर धनउगाही कर किसानों का उत्पीड़न किया है, जिसकी शिकायत कई बार की गई। परंतु कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अनमोल के खिलाफ अपराधिक मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही की जाए।
राज्यपाल और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया 

हीरेंद्र निगम ने कहा कि ट्रांस गंगा सिटी परियोजना की ना तो अधिसूचना जारी की गई है और ना ही भू-उपयोग का परिवर्तन हुआ है, इसलिए ट्रांस गंगा सिटी परियोजना का प्रचार-प्रसार अभिलंब रोका जाए और लोगों को यूपीएसआईडीसी द्वारा ठगे जाने से बचाया जाए। किसान नेता ने 2002 के तात्कालीन जिलाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की यूपीएसआईडीसी से दुरभिसंधि कर बहु फसली उपजाऊ वाली भूमि को बंजर भूमि दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि फर्जी तरीके से सेज परियोजना के लिए संस्तुति कर उन्होंने जघन्न अपराध किया है, जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर कारवाई की जाए। इस मौके पर किसान नेताओं ने राष्ट्रपति और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। अपने ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि 2008 के अगस्त महीने में लखनऊ मंडल आयुक्त विजय शंकर पांडे ने अपने आदेश में कहा था कि विधिक विसंगतिपूर्ण द्वारा अर्जित व अधिग्रहित की गई भूमि को किसानों और काश्तकारों को तत्काल वापस कर दिया जाए, परंतु उनकी बात नहीं सुनी गई।
उन्होंने कहा कि बिना किसी अधिसूचना के बिना अधिग्रहण प्रक्रिया अपनाएं यूपीएसआईडीसी ने कुछ अधिकारियों से मिलकर जिला प्रशासन से दुरभि संधि कर ली है। लखनऊ मंडलायुक्त में विधिक विसंगतिपूर्ण तरीके से अर्जित की गई कृषि योग्य भूमि किसानो और काश्तकारों को वापस कर दी जाए। इस मौके पर किसान आंदोलन के लिए खरीदी गई स्ष्शह्म्श्चद्बश कार को धोखे से तथाकथित किसान नेता अजय अनमोल ने अपने नाम करा लिया। उसे किसानों के हित के लिए तत्काल किसानों को दिलवाया जाए। इस मौके पर कई सैकड़ा महिला एवं पुरुष से बच्चों सहित मौजूद थे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो