दून स्कूल में पड़ता है महिला जज का बेटा- उत्तराखंड में जनपद की पारिवारिक कोर्ट की महिला जज के साथ पुलिस द्वारा की गई अभद्रता को लेकर जनपद की बार एसोसिएशन आंदोलित हो गई और शुक्रवार को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निश्चय किया। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी भी की। पूर्व अध्यक्ष सतीश शुक्ला ने पत्रिका से बातचीत के दौरान बताया कि उन्नाव में कार्यरत महिला जज का बेटा देहरादून के प्राइवेट स्कूल में अध्ययन कर रहा है। जहां उसके साथ किसी का विवाद हो गया था। विवाद के बाद उत्तराखंड पुलिस ने बेटे को गिरफ्तार कर काफी मारा-पीटा। जिसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची महिला जज व उनके पति, जो कि हाईकोर्ट में अधिवक्ता है, के साथ भी अभद्रता की गई।
उन्होंने बताया कि महिला जज के सामने भी उत्तराखंड पुलिस उनके बेटे को मारने पीटने लगी। जिस पर महिला जज ने बीच बचाव किया। जिसे मीडिया ने पुलिस पर हमला दिखाते हुए प्रचारित किया। उत्तराखंड पुलिस ने महिला जज के खिलाफ कार्यवाही के लिए हाई कोर्ट को पत्र लिखा है। जिसमें कार्यवाही के लिए अनुमति मांगी गई है। वहीं दूसरी तरफ महिला जज ने भी उत्तराखंड में पुलिस के खिलाफ कार्रवाई के लिए तहरीर दी है। इसी प्रकार की एक तहरीर जनपद के सदर कोतवाली में भी दी गई है। जिस पर कार्रवाई के लिए बार एसोसिएशन के पदाधिकारी गण पुलिस अधीक्षिका से मिलने गए थे। बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के सामने पुलिस अधीक्षक ने कहा कि खाकी खाकी के खिलाफ नहीं जा सकती है।
इसके बाद आज फिर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बार एसोसिएशन के पदाधिकारी व अधिवक्ता ने नारेबाजी करते हुए पत्र दिया। क्षेत्राधिकारी को दिए गए पत्र में 24 घंटे के अंदर निल क्राइम नंबर पर FIR दर्ज कराने की मांग की है। इस मौके पर गीरीश मिश्रा, सुशील शुक्ला, ललित पांडे, ऋशब द्विवेदी, सुनील श्रीवास्तव, राहुल द्विवेदी सहित सैकड़ों की संख्या में अधिवक्तागण मौजूद थे।