प्रशिक्षित आशा व सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा अभियान
उन्होनें बताया के इन छुटे हुये ब्लाकों में प्रशिक्षित आशा, सामजिक कार्यकर्ताओं द्वारा 02 वर्ष सें अधिक आयु के लोगों को उम्र के अनुसार फाइलेरिया की दवा खिलायेगें। दवा के सेवन से होने वाले प्रतिकूल प्रभाव से निपटने के लिये जिला एंव सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर रैपिड रिस्पान्स टीम व दवा की व्यवस्था की गई है। उन्होने बताया कि फाइलेरिया की दवा 02 वर्ष के कम से उम्र बच्चों, गर्भवती महिलाओं, गम्भीर रूप से बीमार लोगों को यह दवा नहीं खिलायी जानी है। सभी कार्यकत्ताओं को निर्देष दिये गये है कि खाली पेट दवा का सेवन नहीं कराना है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी का आया स्पष्टीकरण
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि ब्लाक पुरवा के मोहल्ला कटरा में विजय बहादुर 48 वर्ष पुत्र राम प्रसाद ने विगत 9 दिसम्बर को फाइलेरिया की दवा का सेवन किये था। जिनका 10 दिसम्बर को आकस्मिक मृत्यु हो जाने पर पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण हृदयघात होना पाया गया है। जांच हेतु विसरा सुरक्षित कर रखवा दिया गया है। उनकी मृत्यु फाइलेरिया की दवा खाने से नहीं हुई है। उन्होनें लोगों से अपील किया की अफवाह पर ध्यान न दें। फाइलेरिया की दवा का सेवन करने से फाइलेरिया रोग हमेशा हमेशा के लिये ठीक हो जाता है। इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा डा. आर.के. गौतम, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी व नोडल अधिकारी वेक्टर वार्न डिजीज डा. जेआर सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी रमेश चन्द्र यादव मौजूद थे।