पूर्व राज्य मंत्री ने कहा कि आज स्थितियां बहुत ही खराब हो चुकी हैं। अपने नेता के आह्वान पर लखनऊ जा रहे थे। लेकिन सुबह से ही हमारे घर को छावनी में तब्दील कर दिया गया। उन्होंने पूछा कि आखिर ऐसा क्या डर है जिसके कारण सरकार हम लोगों को बाहर निकलने नहीं दे रही है। उनके द्वारा आवाज उठाने से क्या हो जाएगा। श्री रावत ने कहा कि शासन प्रशासन ने हद पार कर ली हैं। घर और मोहल्ले को छावनी बना दिया गया। आखिर क्यों?
लखनऊ में अपने नेता के आह्वान पर विधानसभा के सामने आज शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन करना चाह रहे थे। उसके लिए भी नहीं जाने दिया गया। हम जनता की आवाज उठाना चाहते हैं और हमें आवाज नहीं उठाने दिया जा रहा है। योगी शासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जनता अगर अपनी बात रखती है तो पुलिस उसे उठाकर अंदर कर देती है। उसके घरों को गिरा देती है। बुलडोजर चला देती है। उल्लेखनीय है पूर्व राज्य मंत्री सुधीर रावत के घर के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बलों को लगा दिया गया था। जिससे कि वह लखनऊ ना जा सके। समाजवादी पार्टी केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर आज लखनऊ विधान भवन में प्रदर्शन करने जा रही थी। जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने सपा नेताओं को घर से निकलने नहीं दिया। पूर्व राज्य मंत्री सुधीर रावत के आवास पर सपा अधिवक्ता सभा के राजेश, साधु यादव सहित अन्य लोग शामिल थे। सदर कोतवाली प्रभारी भारी पुलिस बल के साथ सुरेश रावत के आवास पर पहुंच गए और उन्हें घर में ही कैद कर दिया।