उल्लेखनीय है छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए कब्बा खेड़ा सिविल लाइन निवासी शशीकांत तिवारी ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। शशिकांत तिवारी के शहीद होने की खबर से परिवार में गमों का पहाड़ टूट गया था। शहीद शशिकांत तिवारी के परिवार में उनकी पत्नी अनीता तिवारी पुत्र देवांश और पुत्री रिषिका है। शशिकांत तिवारी का अंतिम संस्कार गंगा घाट पर धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार हुआ था। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित क्षेत्र के सभी विधायक भी मौजूद थे।
हिंदू जागरण मंच के प्रांतीय मंत्री व प्रभारी विमल द्विवेदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान 18 मार्च को नक्सली हमले में शशिकांत तिवारी बहादुरी के साथ लड़ते हुए शहीद हो गए थे। जिन्हें सीआरपीएफ की तरफ से वीरता मेडल दिया गया है।शहीद शशिकांत तिवारी को सरकार की तरफ से यह सच्ची श्रद्धांजलि है। जब उन्हें बहादुरी के लिए वीरता मेडल से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी अनीता तिवारी ने यह सम्मान ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि हिंदू जागरण मंच ने शहीद परिवार के साथ सुख दुख में हमेशा खड़े रहने का वादा किया है जो आज भी निभा रहा है। उल्लेखनीय है सभी तेज त्योहारों पर हिंदू जागरण मंच की तरफ से सहित परिवार को उपहार स्वरूप आवश्यक वस्तुएं भेंट की जाती हैं।