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गंगा खतरे के निशान कर पार, चार सैकड़ा से ऊपर गांव बाढ़ प्रभावित

locationउन्नावPublished: Sep 03, 2018 09:51:20 pm

Submitted by:

Narendra Awasthi

बाढ़ के बीच आसमान से बरसी आफत, अलग-अलग घटनाओं में तीन की मौत

बाढ़ के बीच आसमान से बरसी आफत, अलग-अलग घटनाओं में तीन की मौत

गंगा खतरे के निशान कर पार, चार सैकड़ा से ऊपर गांव बाढ़ प्रभावित

उन्नाव. जनपद में अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हुई घटनाओं में एक मासूम सहित तीन लोगों की मौत हो गई। जिसमें में दो की दीवाल के नीचे दबकर व एक बिजली के करंट लगने से मौत हुई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद घर में मातम पसर गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वही दोपहर बाद हुई लगातार बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया लोगों के घरों में नाली व सीवर का गंदा पानी भर गया बिजली व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई। वह तमाम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत सप्लाई बाधित की गई। जिससे कई मोहल्लों में अंधेरा छाया है। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है और इसे और भी ऊपर आने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

कच्चे मकान के गिरने से वृद्धा सहित दो की मौत

गंगा खतरे के निशान को पार कर गई। एक तरफ जहां गंगा कहर बरपा रही है। वहीं दूसरी तरफ आसमान से बरसी आफत ने भी जान माल को काफी नुकसान पहुंचाया। सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के पीखी गांव में मदरसा पढ़ने जा रहा छात्र दीवार के नीचे दब कर गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने किशोर की गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल भी मासूम को राहत पहुंचाने में विफल रहा। जहां से डॉक्टरों ने उसे कानपुर रेफर कर दिया। रास्ते में उसकी मौत हो गई। किशोर की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था। इसी प्रकार अजगैन थाना क्षेत्र के गांव में कच्चा मकान गिरने से वृद्धा और किशोरी दब गई। जिसे गांव वालों ने राहत और बचाव करते हुए बाहर निकाला। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। वृद्धा की मौत हो गई। जबकि किशोरी गंभीर रूप से घायल थी। जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका उपचार चल रहा है। एक अन्य घटना मौरावा थाना क्षेत्र में हुई जहां 25 वर्षीय युवक विद्युत करंट की चपेट में आकर मौत हो गई। घटनाओं के बाद परिवारीजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

जनपद के 6 में से 4 तहसील के तमाम गांव बाढ़ की चपेट में

गंगा के बढ़ते जलस्तर ने लोगों की नींद उड़ा दी । ऊपर से आज की जोरदार बारिश उनके ऊपर आफत बन कर टूटी। गंगा खतरे के निशान को पार करते हुए 113 मीटर के पार हो चुकी है समाचार लिखे जाने तक 103.50 मीटर के निशान पर गंगा लहरा रही है। जो जनपद के 4 सैकड़ा से अधिक गांवों को अपनी चपेट में ले चुका है जिसमें जनपद की 6 तहसीलों में से चार तहसील के गांव प्रभावित हैं प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार सदर तहसील की 67, बांगरमऊ 142, सफीपुर 87 और बीघापुर के 98 गांव बाढ़ की चपेट में है। प्रशासनिक अमला राहत और बचाव कार्य में लगा है लेकिन यह राहत ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। क्षेत्रीय सांसद साक्षी महाराज ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राहत बचाव कार्य को देखा। गंगा घाट शुक्लागंज क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति सुरक्षा के दृष्टिकोण से बंद कर दी गई है। जिससे गायत्री नगर, रतिरामपुर, रहमत नगर, बुधई खेड़ा, एखलाक नगर, अजाद नगर, विष्णु पूरी, श्रीनगर, आलम नगर, बाबा मजार, होली चौराहा, सुन्दर बगिया, रविदास नगर, रूप सिंह की गली, अहमद नगर, नेतुवा, सरैया, फतेखेड़ा, तेजी पुरवा आदि गांव की विद्युत आपूर्ति बंद है।

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