बारासगवर थाना क्षेत्र की घटना घटना बारासगवर थाना क्षेत्र के गांव सारू खेड़ा गांव का है। उक्त गांव निवासी चौदह वर्षीय करन और बालिग राधा एक ही कालेज में पढ़ते थे। जहां दोनो का सम्पर्क हुआ और प्यार हो गया। धीरे धीरे समय बीता और राधा ने इंटर पास कर लिया और उसका कालेज आना जाना बंद हो गया। जिसके बाद दोनो के बीच मिलने में अड़चने आयी। प्यार अंधा होता है की कहावत को चारितार्थ करते हुये करन ने अपने घर में राधा से शादी कराने को कहा। जिसे घर वालों ने बाल्यावस्था की जिद समझ टाल दिया। परंतु करन यहीं पर नहीं रूका और उसने कई बार अपने घरवालों को बतायी। परंतु घर वाले पढ़ने की उम्र बता उसे टाल देते थे। घर वालों का कहना था कि पहले पढ़ लिखकर बड़े हो जाओं फिर शादी भी कर देगें। लेकिन करन को घरवालों की बात नागवार गुजरी। उसने आत्महत्या करने की धमकी भी दी। परंतु घरवालों को न तो राजी होना था और हुये। करन के घर में मां और बहन ही साथ रहती थी। करन का पिता दिल्ली में नौकरी करता है और बड़ा भाई विदेश में है। ऐसे में करन को समझाने वाला भी कोई नही था।
जिद पूरी नहीं हुई तो लटक गया फांसी पर करन ने अपनी जिद पूरी होते न देख फांसी के फंदे में झूलकर आत्महत्या कर लिया। करन को फांसी पर लटका देखे मां और बहन के होश उड़ गये। उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गयी। देखते देखते करन द्वारा फांसी लगाने की खबर गांव में फैल गयी। यह खबर राधा के कानों तक पहुंची तो वह भी परेशान हो गयी। उसने भी फांसी पर लटक कर आत्महत्या कर ली। चौबिस घंटे के अंदर हुयी इस घटना से पूरा गांव हिल गया। गांव में कोहराम मच गया। राधा के पिता की मौत पहले ही हो चुकी थी। बड़ा भाई दिल्ली में नौकरी करता है। गांव में राधा की मां और भाभी रहती है। प्रेमी युगल की मौत की खबर सुनकर गांव में मातम का महौल है। जहां दोनों प्रेमीयुगल ने अपनी जीवनलीला समाप्त करने से पहले एक बार भी नहीं सोचा उनके अपनों पर क्या बीतेगी।
थानाध्यक्ष ने बताया कि शिकायत नहीं आयी थानाध्यक्ष बारासगवर ने बताया कि यह घटना एक सप्ताह पहले की है। जानकारी मिलने पर शवों का पोस्टमार्टम कराया था। परिवारीजनों की तरफ से किसी प्रकार की शिकायत नहीं आयी।