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शासन की मंशा, जिलाधिकारी का आदेश नजरअंदाज, मिली निलंबन की सजा

locationउन्नावPublished: Apr 07, 2020 09:13:35 pm

Submitted by:

Narendra Awasthi

– भोजन खाद्य सामग्री उपलब्ध होने और उच्च अधिकारी के आदेश के बाद भी नहीं पहुंचा भोजन

शासन की मंशा, जिलाधिकारी का आदेश नजरअंदाज, मिली निलंबन की सजा

शासन की मंशा, जिलाधिकारी का आदेश नजरअंदाज, मिली निलंबन की सजा

उन्नाव. शासन की मंशा और प्रशासन के आदेशों पर अधीनस्थ खरा नहींं उत्तर रहे हैं जिसके कारण उच्चाधिकारियों को भी असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना वायरस आपातकालीन स्थिति में बरती गई अनियमितताओं, उच्चाधिकारियोंं के आदेशों की अवहेलना कार्यक्षेत्र में अनुपस्थित रहने के कारण प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए कर्मचारियोंं को तत्काकाल प्रभाव प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार के निर्देश पर कौशल कुमार, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी मूल पद ग्राम पंचायत अधिकारी, विकास खण्ड हिलौली को तत्कालीन प्रभाव से निलम्बित किया गया है।

कंट्रोल रूम में फोन पहुंचा कि मेरे पास भोजन नहीं है

जिलाधिकारी ने बताया कि रमावती निवासी ग्राम अमरीखेड़ा मजरा संदाना विकास खण्ड हिलौली, एक अत्यन्त गरीब महिला ने क्षेत्रीय स्थापित कंट्रोल रूम में फोन किया। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय कम्यूनिटी किचेन में भोजन एवं अनाज, खाद्य सामग्री उपलब्ध था। इसके बावजूद भी अपने पदीय दायित्वों का निर्वाहन कौशल कुमार, ग्राम पंचायत अधिकारी, प्रभारी सहायक विकास अधिकारी पंचायत के नहीं किया गया। जिसके बाद रात्रि 11ः30 बजे क्षे़त्रीय उच्चाधिकारियों को निर्देश देने के उपरान्त भोजन एवं अनाज, खाद्य सामग्री उपलब्ध करायी गयी। कौशल कुमार, ग्राम पंचायत अधिकारी के सौंपे गये कार्यों की जांच में स्थिलता पाये जाने पर जिला पंचायत राज अधिकारी को कौशल कुमार, को निलम्बित कर जांच कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं। इस अवधि में कौशल कुमार, मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय से सम्बद्ध रहेंगे।

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