उन्नाव

अहिंसा के पुजारी की जयंती पर हिंसा की तैयारी, गुलाबी गैंग की महिलाओं ने ठोंकी ताल

सम्पत पाल ने कहा- चार लाख महिलाएं दिखाएंगीं अपनी ताकत।

उन्नावSep 25, 2017 / 03:07 pm

नितिन श्रीवास्तव

अहिंसा के पुजारी की जयंती पर हिंसा की तैयारी, गुलाबी गैंग की महिलाओं ने ठोंकी ताल

उन्नाव. एक तरफ देश आगामी दो अक्टूबर को शांति के मसीहा की जयंती मना रहा होगा, वहीं दूसरी तरफ कानपुर से सटे ट्रांस गंगा सिटी में हिंसा की सभावना प्रबल होती जा रही है। गुलाबी गैंग की सदस्यों के द्वारा लाठी चलाने का अभ्यास किया जा रहा है। किसी प्रकार की अप्रिय घटना की संभावना को देखते हुये प्रशासन भी अपनी तैयारी पूरी किये है। मौके पर थाना पुलिस के साथ पीएसी और फायर बिग्रेड के जवान मौजूद हैं। किसानों की मांग है कि प्रशासन और यूपीएसआईडीसी कमिश्नर के आदेशों का सम्मान करे और किसानों की जमीन वापस करें।
 

आगामी दो अक्टूबर को अधिगृहित जमीन पर चलाएंगे हल

ट्रांस गंगा सिटी में यूपीएसआईडी और किसानों के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। किसानों के पक्ष में उतरी गुलाबी गैंग की प्रमुख सम्पत पाल ने अपने सदस्यों के साथ मोर्चा संभाल रखा है। यूपीएसआईडीसी और प्रशासन के खिलाफ की मंशा के खिलाफ जाते हुये आगामी दो अक्टूबर को शंकरपुर सरायं के किसान यूपीएसआईडीसी द्वारा अधिगृहित की गई जमीन पर हल चला कर अपने कब्जा मेंं लेगें। इस सम्बंध में गुलाबी गेंग की सम्पत पाल ने बताया कि शासन के निर्देश पर सारे कार्य कर रहा है। वरन् प्रशासन की हिम्मत नहीं कि वह किसानों की उपेक्षा करे। जिसकों हमने राजा बनाया है उन्होनें हमें रोका है। उनके रजवाड़े हम छीन कर ले लेगें। अगर किसानों की नहीं सुनी जा रही है तो सारी बहने कंधे से कंधे मिला कर चलेगी। दूर दराज से गुलाबी गेंग की बहने आ रही है। जिसमें इलाहाबाद, प्रतापगढ़ की बहने शामिल है। ये लड़ाई कमजोर नहीं है।
 

सम्पत पाल की शासन-प्रशासन को चुनौती

उन्होंने कहा कि हमने चैलेंज किया है। उनकी औकात नहीं है कि किसानों की जमीन वापस न करें। आगामी दो अक्टूबर के सम्बंध में उन्होने बताया कि यदि प्रशासन तैयार है तो वह भी तैयार है। उनकी बहने अपनी लाठी के साथ तैयार है। हमारी चार लाख बहने प्रशासन को दिखा देगीं कि उनकी कितनी ताकत है। यदि किसान चाहता है कि उनकी जमीन वापस मिलनी चाहिये। इस पर कमिश्नर का सम्मान करों हमारी जमीन वापस करो। धीरे धीरे अपना काम समेट रहे है। आन्दोलन में पहली बार महिलायें आगे बड़ कर नेतृत्व कर रही है। इस मौके पर महिलाओं व किसानों ने जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर उन्होने कहा कि बिजली विभाग ने भी अपनी बिजली काट दी है। इस मौके पर किसान नेता हिरेन्द्र निगम, सनोज यादव सहित बड़ी संख्या में किसान और महिलायें शामिल थीं।
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