काशी के ज्ञानवापी परिसर में वीडियो रिकॉर्डिंग के दौरान आज तीसरे दिन ऐसा प्रमाण मिला कि भोले के भक्त झूम उठे। ज्ञानवापी कूप का पानी निकाले जाने के बाद शिवलिंग प्रकट हुए। यह समाचार जंगल में आग की तरह फैल गई। हिंदू युवा वाहिनी के मंडल प्रभारी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आज सदियों से चली आ रही नंदी की प्रतीक्षा पूरी हो गई है। उनके सामने ही मूल शिवलिंग प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि हिंदू पक्ष सदैव निष्पक्ष का दावा करता आया है कि ज्ञानवापी ढांचे में ही बाबा विश्वनाथ विराजमान है। बोले कोई कम अक्ल का व्यक्ति भी बता सकता है कि मंदिर के अवशेष के ऊपर अलग से विवादित ढांचे का निर्माण किया गया है। बोले हम हिंदू समाज के अनेक मुख्य मंदिरों को कानूनन वापस लेकर रहेंगे।
विश्व हिंदू परिषद प्रांतीय उपाध्यक्ष ने कहा
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष चंद्र प्रकाश गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार या सुप्रीम कोर्ट को तत्काल प्लेसिस आफ वरशिप एक्ट 1991 को रद्द कर देना चाहिए। जिसे तुष्टिकरण करने वाली सरकारों ने लागू किया है। बोले हिंदू समाज को न्याय से वंचित करने के लिए यह कानून लाया गया है। बोले अब मूल स्थान पर भव्य काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण यथाशीघ्र होना चाहिए।
मनीष चंदेल ने लगाया बड़ा आरोप
जिला प्रभारी मनीष चंदेल ने कहा कि ज्ञानवापी कूप में हाथ, पैर, धोने और कुल्ला करने वाले स्थान पर शिवलिंग का मिलना काफी कष्टदायक है। उन्होंने कहा कि ऐसे तत्वों की नीच, घृणित और घटिया सोच, विचारधारा को दर्शाता है। इस मौके पर जिला संयोजक राहुल पांडे निखिल गुप्ता सुधीर सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे।