इस संबंध में मृतक की बिटिया ने कहा की पापा सुबह नौकरी के लिए गए थे। आज सुबह फैक्ट्री से फोन आया कि तुम्हारे पापा की तबीयत खराब है। फैक्ट्री आ जाओ। बिटिया के अनुसार जब उसने कहा कि पापा को अस्पताल लेकर पहुंचे, हम लोग अस्पताल आ रहे हैं। इस पर फैक्ट्री कर्मियों ने कहा कि अस्पताल की जरूरत नहीं है। फैक्ट्री में ही चले आओ। लेकिन उनके जाने से पहले उनके पापा की बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया गया। मां ने रो-रो कर कहा अब बेटी के हाथ कैसे पीले होंगे। गौरतलब है श्रमिक की मौत विद्युत चपेट में आने से हुई थी।