नगर पालिका की नोटिस मिलने के बाद रहने वाले परिवारों में दहशत का माहौल है। आक्रोशित लोगों ने आज लखनऊ उन्नाव कानपुर राजधानी मार्ग को जाम कर पूछा कि लोग कहां जाएं मौके पर पहुंचे नगरपालिका के अधिकारियों ने आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर जाम खत्म करवाया। नगरपालिका के अधिकारियों ने बताया कि सत्यापन करा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सैकड़ों की संख्या में है अवैध कब्जेदार नगर पालिका गंगाघाट के नगर में इंदिरा नगर, शक्ति नगर, सर्वोदय नगर, आदर्श नगर, चंपा पुरवा, सीता राम कॉलोनी, मनोहर नगर सहित अन्य मोहल्लों के सरकारी जमीन पर काबिज लोगों का सर्वे कराया था। सर्वे के दौरान भवनों को चिन्हित कर नगर पालिका की तरफ से नोटिस जारी किया गया। नोटिस मिलते दर्जनों मोहल्लों के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। उनका कहना था कि 15 वर्षों से मकान में रह रहे हैं। नगरपालिका का टेक्स भी अदा कर रहे हैं। इसके बाद भी उनके मकान अवैध कैसे हो गए आक्रोशित मोहल्ले वालों ने उन्नाव कानपुर राजधानी मार्ग को जाम कर दिया।
उनका कहना था कि जब तक उन्हें ठोस आश्वासन नहीं मिलता वह जाम नहीं खाली करेंगे। आक्रोशित लोगों की जाम से लखनऊ कानपुर राजधानी मार्ग का यातायात पूरी तरह ठप हो गया। दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई। जाम कि सूचना मिलते ही मौके पर थाना अध्यक्ष गंगाघाट में फोर्स के पहुंच गए। उन्होंने समझाने का प्रयास किया। मौके पर पहुंचे नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने भी समझाने का प्रयास किया तब जाकर कहीं जाम खुला। जिससे पुलिस प्रशासन ने राहत ली। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार मिश्रा ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार नगर पालिका क्षेत्र में स्थित नगर पालिका की भूमि पर अवैध कब्जेदारों को चिन्हित किया गया है।
चिन्हित करने के बाद 756 भवन स्वामियों को नोटिस जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि 10 दिन के अंदर का निर्माण होता हटा ले अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।