क्या कहती है एसआईटी रिपोर्ट
गौरतलब है कानपुर नगर के चौबेपुर थाना अंतर्गत बिकरू कांड के बाद शासन ने एसआईटी का गठन किया था। जिसमें प्रमुख रुप से 9 बिंदुओं पर जांच हुई। जांच रिपोर्ट में प्रशासनिक व्यवस्था में खामी निकलकर सामने आई। जांच के दौरान पता चला कि घटना कानपुर नगर की है और अदालत कानपुर देहात जिले के न्यायिक क्षेत्र में आता है। जिसका लाभ अन्य अपराधियों के साथ विकास दुबे को भी मिला। एसआईटी ने सिफारिश की है कि अन्य स्थानों पर यदि यही स्थिति है तो उनमें सुधार किया जाए। प्रदेश में कहीं भी ऐसी स्थिति का कोई जिला थाना, अदालत नहीं होना चाहिए। इसके अतिरिक्त सभी थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ अपराधियों के आंकड़े भी लगातार अपडेट करने की सिफारिश की गई है। पुलिस व होमगार्ड के जवानों को ट्रेनिंग देने की भी सिफारिश की गई है।