पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई यह कार्रवाई क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जाता है पीड़िता द्वारा अपनी बेटी की गुमशुदगी की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जिसमें असली आरोपी की जगह उसी नाम के दूसरे आरोपी को पकड़कर पुलिस थाने ले आई। जो नगर पंचायत का लिपिक है। गिरफ्तारी से आक्रोशित नगर पंचायत के कर्मियों ने अपने अध्यक्ष के नेतृत्व में थाने का घेराव कर दिया। जहां पर दरोगा ने महिला के साथ गाली गलौज किया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक को दिया कार्रवाई करनी पड़ेगी।
सफाई कर्मचारी की जगह पुलिस पकड़ लिपिक को
पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि देवी ने सफीपुर कोतवाली के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए कोतवाली प्रभारी व एक दरोगा सहित तीन लोगों को सस्पेंड कर दिया। जिसमें कोतवाली प्रभारी कुलदीप तिवारी के साथ दरोगा अजय सिंह राजावत व एक सिपाही को निलंबित किया गया है। गौरतलब है 5 दिन पूर्व कोतवाली क्षेत्र के गांव देवगांव से एक किशोरी लापता हो गई थी। किशोरी के मां ने नगर पंचायत में सफाई कर्मचारी के पद पर तैनात होरीलाल के खिलाफ तहरीर दी थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए छापेमारी की और नगर पंचायत में पद पर कार्यरत होरीलाल को गिरफ्तार कर थाना ले आई।
सफाई कर्मचारी होरीलाल की जगह लिपिक होरीलाल की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही नगर पंचायत कर्मियों में रोष व्याप्त हो गया। अध्यक्ष नगर पंचायत अध्यक्ष नसीम अहमद व हरि शरण लाडला के नेतृत्व में सफाई कर्मचारी कोतवाली पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी। इसी बीच गायब किशोरी की मां भी मौके पर पहुंचती है और पुलिस वालों को उसकी गलतियों की जानकारी देती है कि उसने गलत व्यक्ति को उठाया है।
इस पर पुलिस वाले महिला पर बरस पड़े। अजय राजावत ने महिला के साथ गाली गलौज की। इसकी चर्चा पुलिस अधीक्षक तक पहुंची। उन्होंने कोतवाली सफीपुर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कोतवाली प्रभारी कुलदीप तिवारी दुर्गा अजय राजावत और सिपाही रविशंकर को निलंबित कर दिया।