जिले के राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो सपा द्वारा कमजोर प्रत्याशी तलाशे जाने की बड़ी वजह, संसदीय क्षेत्र के करीब 22 लाख मतदाता हैं। इसमें लोधी सहित अन्य बिरादरी के करीब पांच लाख मतदाता हैं, जिन पर भाजपा सांसद साक्षी महाराज की पकड़ मजबूत बताई जा रही है। चर्चा है कि इस सीट पर गठबंधन का ऐसा प्रत्याशी आ सकता है, जिससे विपक्षी मतों का बंटवारा न हो और भाजपा को तगड़ा नुकसान हो। इसीलिये सपा द्वारा डमी कैंडिडेट उतारने की कयासबाजी तेज हो गई है।
भारतीय जनता पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अपने मौजूदा सांसद साक्षी महाराज को टिकट दिया है। 2014 के आम चुनाव में 43.2 फीसदी वोट पाकर साक्षी महाराज विजयी रहे थे। कांग्रेस ने भी अपनी पुरानी प्रत्याशी अन्नू टंडन पर दांव लगाया, जिन्हें पिछले चुनाव में 16.4 फीसदी वोट मिले थे। चुनाव में सपा के अरुण शंकर शुक्ला दूसरे और बसपा के बृजेश पाठक तीसरे नंबर पर रहे थे।