पुलिस आती है परंतु मिलकर वापस चली जाती है बीघापुर थाना क्षेत्र के गांव आड़ा खेड़ा निवासी सुरेन्द्र पुत्र गिरधारी ने पुलिस अधीक्षक को दिये पत्र में बताया कि वह अपने खेत में काम करने के लिये गया था। उसी समय गांव के रहने छोटू पुत्र गोपाली लाठी लेकर आया और उसे मारने लगा। वह वहीं पर गिर गया। इसके बाद भी छोटू लगातार उसे लाठी से मारता रहा। शोर सुन कर मौके पर गांव के ही राजन पुत्र कल्लू कश्यप, राजू पुत्र विश्राम यादव, लाल सिंह, मन्ना आदि लोगों ने आकर मुझे बचाया। घायलावस्था में मुंझे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी नाजुक हालत को देखते हुये डाक्टरों ने कानपुर रेफर कर दिया। कानपुर के हैलट में उसका बीस दिनों तक इलाज चला। जहां इस दौरान वह जिन्दगी मौत से लड़ता रहा। सुरेन्द्र ने बताया बीघापुर थाना का सिपाही हैलट तक उसके साथ गया था। इसके बाद भी पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। उसने बताया कि वह थाना के कई चक्कर लगा चुका है। परंतु पुलिस द्वारा मुकदमा नहीं लिखा जा रहा है। अपनी शिकायती पत्र में उसने बताया कि पुलिस छोटू के घर से मुर्गा, दारू पीकर वापस चली जाती है। परंतु कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। पुलिस अधीक्षक को दिये पत्र में सुरेन्द्र ने छोटू के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।