कार्यक्रम का आयोजन न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन आॅफ इण्डिया (भारत सरकार का उपक्रम) द्वारा उन्नाव स्थित एकेडमी आफ कम्प्यूटर मैनेजमेन्ट में किया गया। कार्यक्रम में काॅलेज के छात्र-छात्राओं को कहानी बुधिया की कार्टून फिल्म दिखाई गई तथा आने वाले समय में बिजली उत्पादन में परमाणु ऊर्जा की क्या भूमिका होगी इससे जुड़ी जानकारी दी गई। तथा एक था बुधिया (कहानी खुशहाल गांव की) काॅमिक निःशुल्क प्रदान की गई।
श्री पाल ने कहा कि आजादी के इतने सालों बाद भी देश में 20 से 25 प्रतिशत लोगों को अपना जीवन अन्धकार में व्यतीत करना पड़ा रहा है। इस कारण उक्त क्षेत्रों में शिक्षा, चिकित्सा सेवा खस्ताहाल है, उद्योग-धंधे प्रभावित हैं, लोग आर्थिक रूप से पिछडे़ हुए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पारंपरिक तरीके से ऊर्जा की आपूर्ति सम्भव नहीं है। देश में कोयले और गैस के भंडार सीमित हैं तथा जीवाश्म ईंधन प्रचलित बिजलीघरों से उत्पन्न होने वाली ग्रीन हाउस गैसों के प्रति विश्व की बढ़ती चिन्ताओं के कारण आने वाले समय में परमाणु ऊर्जा को प्रोत्साहित करना तथा प्रयोग में लाना अति आवश्यक है।
आज भारत के पास अभी तक 2.30 लाख टन यूरेनियम है। हम इसे कैसे इस्तेमाल करें, यह महत्वपूर्ण है। सही से करेंगे तो 500 से 1000 हजार वर्ष तक देश में बिजली की कमी नहीं होगी। भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को दुनिया में सबसे आधुनिक तथा सुरक्षित श्रेणी में रखा जाता है, भारत का दीर्घकालीन परमाणु ऊर्जा विद्युत उत्पादन कार्यक्रम देश में उपलब्ध विशाल थोरियम भंडार पर आधारित है, तथा देश में 21 परमाणु ऊर्जा संयंत्र काम कर रहे है। परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को लगभग 50 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, देश की वर्तमान न्यूक्लियर विद्युत क्षमता 5780 मेगावाट है,। जिसे 2020 तक बढ़ाकर 13000 मेगावाट करने का लक्ष्य रखा गया है।
कार्यक्रम में संस्था की डायरेक्टर श्रीमती मंजू शुक्ला ने कहा कि आज फ्रांस, रूस, चाईना, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका समेत विश्व के 31 देशों ने परमाणु ऊर्जा का बेहतर इस्तेमाल कर खूब तरक्की की है। ऐसे में हम और हमारा देश पीछे क्यो रहे। हमे भी इसका इस्तेमाल करना चाहिए। फ्रांस, जापान समेत विश्व के कई देशों में 90 प्रतिशत तक बिजली का उत्पादन परमाणु ऊर्जा से रहा है। जबकि हमारे में परमाणु ऊर्जा को लेकर दुस्प्रचार किया जा रहा है। जोकि कताई देश हित में नही है।
श्रीमती शुक्ला ने कहा कि बढ़ती आबादी के बीच भारत जैसे विशाल देश में परमाणु ऊर्जा देश व देशवासियों की प्रगति की रहा आसान करेगा। जिसके चलते देश विकसित देशों की श्रेणी में जल्द ही शामिल हो जाएगा। आज भी देश कई हिस्सों में विघुत आपूर्ति बाधित है, जिस करण स्थानीय लोगों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम में विश्व के तमाम देशों ने भारत को भरपूर सहयोग देने की बात कही है।