उन्नाव. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के संपन्न होने के बाद ग्राम प्रधानों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां नए चुने का प्रधान को पुराने प्रधान का सामना करना पड़ रहा है। कोटेदार सहित गांव की अन्य व्यवस्थाएं पुराने प्रधान के ही कब्जे में है। इस संबंध में बातचीत करने पर एक ग्राम प्रधान ने बताया कि गांव में हारे हुए पुराने प्रधान के कारण गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न है। पुराना ग्राम प्रधान गांव की आबोहवा को खराब करना चाहता है। नए प्रधान के कार्यकाल के शुरू होने के संबंध में बात करने पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि अभी तक शासन की तरफ से नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ ग्रहण के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है
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1040 ग्राम प्रधान का हुआ था निर्वाचनआपको बताते चलें कि जनपद में कुल 1040 ग्राम प्रधानों का चयन हुआ है। इसके साथ ही 12902 ग्राम पंचायत सदस्य और 1283 क्षेत्र पंचायत सदस्य का निर्वाचन हुआ है। इसके अतिरिक्त 51 जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए हैं।
आदर्श आचार संहिता भी समाप्त
आदर्श आचार संहिता की समाप्ति की घोषणा भी निर्णय राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से हो चुकी है। लेकिन सभी का शपथ ग्रहण समारोह शासन की उदासीनता के कारण लटका है। बड़े पैमाने पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने वाली सरकार ग्राम प्रधानों को उनके अधिकार से वंचित कर रही है। कोविड-19 संक्रमण काल में गांव की स्थिति बहुत ही गंभीर हो रही है। सफाई व्यवस्था से लेकर कोटेदार की व्यवस्था सब ध्वस्त है। जिला पंचायत राज अधिकारी राजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह के विषय में शासन से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। आगे शासन के जो निर्देश मिलेंगे उस हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के अनुसार जून महीने में नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण हो सकता है।