उन्नाव

महिला संगठन का सवाल, बहुत हुआ नारी पर वार, चुप क्यों है मोदी सरकार?

दिल्ली से प्रगतिशील महिला संगठन की सदस्य दुष्कर्म पीड़िता के पक्ष में उन्नाव आईं…

उन्नावApr 16, 2018 / 01:31 pm

नितिन श्रीवास्तव

महिला संगठन का सवाल, बहुत हुआ नारी पर वार, चुप क्यों है मोदी सरकार?

उन्नाव. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली मोदी सरकार का नारा था, बहुत हुआ नारी पर वार अबकी बार मोदी सरकार। इस पर मैं पूछना चाहती हूं बहुत हुआ नारी पर वार, चुप क्यों है मोदी सरकार। मोदी और योगी सरकार को दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं के खिलाफ खड़े हुए लोगों को सख्त संदेश देते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। फिर चाहे कठुआ का मामला हो या फिर उन्नाव का। कठुआ के दरिंदों के समर्थन में भाजपा ही नहीं कांग्रेस और पीडीपी के भी नेता आंदोलित थे। प्रगतिशील महिला संगठन दिल्ली की महासचिव पूनम, ममता और शोभा के साथ उन्नाव के दुष्कर्म मामले में पीड़िता और पीड़ित परिजनों से मुलाकात करने के लिए उन्नाव पहुंची। जहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की।
 

महिलाओं के साथ हो रहा बर्बरतापूर्ण व्यवहार

स्थानीय होटल में बातचीत करते हुए महासचिव पूनम ने कहा कि वह देखने आई है कि सत्ता में रहने वाली भाजपा न्याय की गुहार लगाने वाली महिलाओं पर किस प्रकार से बर्बरतापूर्ण व्यवहार करती है। उसके पहले उनके साथ व्यभिचार करते हैं। सबसे दुखद बात है कि पुलिस प्रशासन के साथ अस्पताल के अधिकारी भी अपनी मूल ड्यूटी भूलते हुए सत्ता में बैठे लोगों के सामने साष्टांग दंडवत हो रहे हैं। उनके इस कृत्य में मिले रहते हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर वह आप पीड़ित परिजनों से भी मुलाकात करेंगे और यह जानने का प्रयास करेंगे कि यह विधायक का पहला कृत्य है या इसके पहले भी कर चुके हैं।
 

अब भाजपा से बेटी बचाओ…

उन्होंने कहा कि योगी-मोदी ने बेटी बचाओ का जो इन लोगों ने नारा दिया था। अब भाजपा से बेटी बचाओ के रूप में साबित हो रहा है। कठुआ के अंदर भी यही हुआ है। हम देख रहे हैं कि हिंदुत्व की ताकत किस प्रकार से एक बलात्कार की शिकार एक बच्ची के हत्यारे को बचाने का प्रयास मैं है। बचाने में BJP ही नहीं कांग्रेस व पीडीपी के भी लीडर खड़े हैं। हिंदू एकता मंच के द्वारा बताया गया कि उसमें बीजेपी ही नहीं कांग्रेस पीडीपी भी शामिल थे। पूनम ने बताया कि उन्नाव में भी किस प्रकार एक विधायक के दबाव में पुलिस कार्य कर रही है यह सबके सामने है। दिल्ली में यदि प्रदर्शन ना हुआ होता, पूरे देश में शोर ना मचा होता। तो योगी और मोदी की पुलिस ने तय कर लिया था कि विधायक साहब को बिल्कुल क्लीन चिट देने का देना है। सीबीआई को सोंपने में सरकार ने बहुत देर लगाई है।
 

ऐसे विधायक को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से सवाल पूछा कि जिसके ऊपर इतना घृणित आरोप लगा है। ऐसे विधायक को क्या वह अपने पार्टी में रख सकती है। ऐसे विधायक को विधायक बने रहने का अधिकार नहीं है। जो अपने क्षेत्र के लोगों की महिलाओं की सुरक्षा न कर सके। उन्होंने राज्यपाल से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
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