किसानों का आरोप है कि उन्हें जमीन का उचित मुआवजा नहीं दिया गया। प्रदर्शन करने वाले किसानों की मांग है कि उन्हें मौजूदा वक्त के हिसाब से उनकी जमीन का मुआवजा दिया जाए। वहीं, दूसरी और जिलाधिकारी देवेंद्र पांडेय ने कहा कि किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है और प्रशासन के पास उनका कोई बकाया नहीं है। किसान नेता सनोज यादव का आरोप है कि सरकार ने गलत तरीके से किसानों की जमीन अधिग्रहीत की है। ऐसे में किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए। साथ ही नौकरी व डेवलेपमेंट लैंड जमीन मुहैया कराई जाए, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
शनिवार की सुबह किसान नेता हरेंद्र निगम व सुरेंद्र यादव के नेतृत्व में करीब पांच-छह सौ किसानों ने यूपीसीडा के अधिकारियों का घेराव कर नारेबाजी करते हुए तोड़फोड़ की। इस दौरान किसानों ने बस, कार और एक जेसीबी को तोड़ दिया गया, जिसमें जेसीबी चालक घायल हो गया। किसानों ने सड़क पर हंगामा करने के साथ आगजनी की कोशिश की। किसानों का आरोप है कि वर्ष 2005 में बगैर समझौते के उनकी जमीनों को अधिगृहित कर लिया गया था, लेकिन बदले में हमें उसका मुआवजा नहीं दिया जा रहा। इसके विरोध में हम सड़क पर उतरे हैं।
जिलाधिकारी बोले
जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पांडे ने बताया कि जिला प्रशासन लगातार ट्रांस गंगा सिटी स्थल पर कार्य करने के लिए प्रयास किया, लेकिन आंदोलन किसान बाधा डालते रहे। शनिवार सुबह एक बार फिर प्रशासन ने काम शुरू कराने का प्रयास किया तो अराजकतत्वों द्वारा पथराव किया गया। बावजूद प्रशासन ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं सुनी।
मुआवजा तो देना ही होगा : प्रिंयका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ क्या केवल किसानों पर लच्छेदार भाषण ही दे पाते हैं? क्योंकि भाजपा सरकार में किसानों का अपमान ही होता रहता है। उन्नाव में जमीन का मुआवजा मांग रहे किसानों की पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर दी। महिला किसानों को भी पीटा गया। किसानों की जमीन ली है तो मुआवजा तो देना ही होगा।