धनुष भंग के बाद श्री राम और जानकी ने एक दूसरे को पहनाया वरमाला सीता स्वयंवर का मंचन लोगों ने बहुत सराहा। जिसमें धनुष भंग में भाग लेने आए दूर देश के राजाओं द्वारा धनुष तोड़ने का अभिनय या फिर शिव धनुष टूटने पर कई राजाओं के द्वारा एक साथ धनुष तोड़ने का अभिनय हो। इसके बाद जिस प्रकार जनक ने धनुष ना टूटने पर विलाप किया। उसको देख कर दर्शकों ने खूब ताली बजाई। जनक की बातों को काटते हुए लक्ष्मण का आक्रोशित होना और कहना कि जिस सभा में रघुवंशी होते हैं वहां इस तरह की कोई बात नहीं कर सकता। इसके बाद गुरु की आज्ञा से श्रीराम शिव धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ा कर तोड़ देते हैं। जिससे राजमहल में खुशी छा जाती है। इसके बाद श्री राम और जानकी एक दूसरे को जय माल पहना दे। बच्चों द्वारा प्रस्तुत की गई अनोखी रामलीला देख कर दर्शकों ने बच्चों को शाबाशी दी।
स्कूली बच्चों का अभिनय देख दर्शकों ने बजाई ताली एक कार्यक्रम सिकंदरपुर सरोसी विकास खंड के गांव शंकरपुर के हाईटेक स्कूल में संपन्न हुआ इस मौके पर विद्यालय के टीचर व प्रबंधक भी मौजूद थे जिन्होंने अच्छा बना करने के लिए छात्र-छात्राओं का उत्साह बढ़ाया पब्लिक स्कूल के चेयरमैन राहुल पांडे सोनल पांडे वाइस चेयरमैन सोनम आदि मौजूद थे रामलीला में राम का अभिनय रुद्रास त्रिवेदी लक्ष्मण का अंबुज सीता का आराध्या हनुमान का अभिनय मोहसिन रावण का अभिनय करण व जनक अभिनय रुद्राणी किया था इस मौके पर स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों ने सहकर्मी की भूमिका निभाई जिसमें आनन्द, प्रियंका, चारु, आशा, जागृती, प्रीती, निशी, इशा, हनी, प्रज्ञा, दीपााली, दिब्या, सुभम, विलाल, अधिकार त्रिपाठी शैलेश, अनुराग त्रिवेदी आदि मौजूद थे।
जनपद के विभिन्न हिस्सों में हो रही आकर्षक रामलीला इसी प्रकार मौरावा में आयोजित दशहरा मेला में रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें कानपुर और लखनऊ से आए कलाकारों ने अपना अभिनय दिखाया। अभिनय करने वालों में मुख्य रूप से राम की भूमिका में धीरेंद्र अवस्थी, लक्ष्मण की भूमिका में रामजी पांडे, जनक का अभिनय पुत्तन सोनी, बाणासुर की भूमिका में अमरेंद्र मिश्रा, परशुराम की भूमिका में राजकुमार मिश्रा, रावण का पाठ ज्ञान सिंह, हिमांशु सिंह आदि शामिल हैं। इस मौके पर कार्यक्रम कार्यक्रम के आयोजक कुंवर विवेक सेठ, मदन चौरसिया आदि मौजूद थे। इसके अतिरिक्त जनपद के विभिन्न हिस्सों में भी रामलीलाओं का आयोजन किया जा रहा है।