विश्व का प्राचीनतम अर्धकुंभ विमल द्विवेदी ने बताया कि विश्व के प्राचीनतम कुंभ मेले का विश्व स्तरीय आयोजन प्रयागराज में किया जा रहा है। जिसके लिए काफी लंबे समय से तैयारियां चल रही हैं। कुंभ मेले के दौरान संगम स्नान का विशेष महत्व है। इस मौके पर प्रदेश सरकार द्वारा स्नान के लिए शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। लेकिन स्थानीय प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। औद्योगिक क्षेत्र की तमाम उद्योगों से निकलने वाला अपशिष्ट, केमिकल युक्त रासायनिक पदार्थ, नाले का गंदा पानी सीधे गंगा नदी में गिर रहा है। जिम्मेदार अधिकारी शासनादेश पर अमल ना कर टालमटोल का रवैया अपनाये है। स्लॉटर हाउस से निकलने वाला गंदा पानी क्षेत्र की हजारों बीघा जमीन को बर्बाद कर रहे हैं। उन्होंने तत्काल रोक लगाए जाने की मांग की है। अपने ज्ञापन में कहा है कि गंगा में गिरने वाले नालों की शत-प्रतिशत टैपिंग कराए जाए। जिससे कुंभ में लोगों को आचमन हेतु स्वच्छ जल मिल सके। इसके साथ ही जिम्मेदार भ्रष्ट अधिकारियों खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है।