पुलिस विभाग की भ्रष्ट कार्यप्रणाली से भी जूझना पड़ेगा। इस मौके पर उन्होंने पत्रकारों से भी वार्ता की। पत्रकारों से बातचीत के दौरान नवागत जिलाधिकारी ने अपनी प्राथमिकताएं बताई। नवागत जिलाधिकारी ने एक बात सही बताई कि जनता की समस्याओं की बाढ़ आई हुई है समाधान कागजों पर ही हो जाता है और समस्या जस की तस बनी रहती है कई मामले ऐसे भी आए हैं जहां जिलाधिकारी के आदेश के बाद भी अधीनस्थ तवज्जो नहीं देते हैं पुलिस विभाग के कई मामले जिलाधिकारी के प्रयास के बाद कानूनी जामा पहन सकता है फिर चाहे नवाबगंज का पार्किंग को लेकर हुए विवाद का मामला हो या फिर कोई अन्य पुलिस विभाग की भ्रष्ट कार्यप्रणाली से भी जिलाधिकारी को जूझना पड़ेगा।
समाधान कागजी ना हो इसका भी रहेगा प्रयास जिलाधिकारी देवेंद्र पांडे ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि शासन की जितनी भी प्राथमिकताएं हैं। उनका निष्ठा से मनोयोगपूर्वक पूरी टीम के साथ उनका अनुपालन किया जाएगा। जनपद को प्रत्येक सूचकांक में उच्च स्तर पर रखने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही शिकायतों का निस्तारण त्वरित गति व गुणवत्तापूर्ण हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। जिससे आम जनता की समस्याओं का समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता रहेगी की जनता की समस्याओं का समाधान हो और उन्हें न्याय मिल सके।
विकास के कार्यों पर भी रहेगी निगाह एक सवाल के जवाब में श्री पांडे ने कहा कि उनकी प्राथमिकता जन शिकायतों के निस्तारण पर रहेगी। जनता की समस्या ही सबसे बड़ी समस्या है। जनता की समस्या समाप्त हो जाए। इस बात का प्रयास किया जाएगा। अमूमन देखा जाता है कि जन शिकायतों की बाढ़ रहती है। फिर चाहे आईजीआरएस या मुख्यमंत्री यहां से आने वाली समस्या कि क्यों ना हो। जिला जिलाधिकारी ने बताया कि इस बात का पूरा प्रयास रहेगा कि जन शिकायतों का निस्तारण कागजी ना हो। साथ साथ शासन की प्राथमिकता वाले बिंदुओं को पर भी विशेष निगाह रखी जाएगी। शासन की प्राथमिकता वाली विकास योजनाएं का क्रियान्वयन निष्पक्षता व पारदर्शिता से किया जाए।
सफाईकर्मी को पहचान के लिए वर्दी वितरित की जाये उन्होंने सभी अधिकारियों के साथ बैठक की, बैठक में उन्होंने अधिशाषी अभियन्ता नगर से पूरे जनपद की सफाई व्यवस्था कि जानकारी ली और उन्होंने कहा कि जितने सफाईकर्मी हैं सभी को वर्दी वितरित की जाये ताकि जितने भी सफाई कर्मी हैं उनकी पहचान हो सके। उन्होंने कहा कि नगर पालिका के उपकरणादि की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि युद्ध स्तर पर जनपद के सभी गांव को ओ0डी0एफ0 कराने की योजना बनाई जायेगी ताकि 02 अक्टूबर से पहले सभी गांवों को ओडीएफ कराया जा सके। उन्होंने गंगा किनारे कितने गांव हैं उनकी भी जानकारी ली है।
कुल 164 गांव गोद लिए गए उन्हें बताया गया कि सभी गांवों को चिन्हित कर लिया गया है और बाढ प्रभावित क्षेत्र की बाढ से बचाव हेतु पूरी व्यवस्था कर ली गई है। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी से आंगनबाड़ी केंद्रों की जानकारी ली, उन्होंने कहा कि कितने गांव गोद लिए गए हैं इस पर उन्हें बताया गया कि कुल 164 गांव गोद लिए गए हैं। उप कृषि निदेशक ने भी कृषकों को ऋण मोचन, विभागीय योजनाओं आदि की जानकारी दी एवं उसके साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी ने भी अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं और कार्यों की जानकारी दी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रेम रंजन सिंह, अपर जिलाधिकारी बी.एन. यादव, समस्त उपजिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट व अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।